झारखंड: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और सभी सिविल सर्जन के साथ की बैठक, कर्मियों की प्रतिनियुक्ति को लेकर दिया ये बड़ा आदेश
रांची। लोकसभा चुनाव 2024 में सभी मतदान केन्द्र स्थल से मतदान दिवस के एक दिन पहले से ही मेडिकल टीमें संबद्ध रहेंगी। मतदान केंद्र भवनों में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों के पास मतदाताओं और निर्वाचन कार्य में लगाये गये पदाधिकारी, कर्मियों एवं सुरक्षा बलों के लिए जरूरी दवाएं ,ओ. आर. एस. घोल इत्यादि सहित प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी।
संबंधित प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र के चिकित्सा पदाधिकारी अपने क्षेत्राधीन एंबुलेंस या किसी अन्य वाहन से पारा मेडिकल स्टाफ के साथ सभी मतदान केन्द्रों पर चलायमान रहेंगे। 108 एंबुलेंस की सुविधा मतदान के एक दिन पहले से ही पुख्ता रहेगी। किसी भी आकस्मिकता की स्थिति में निर्वाचन कर्मियों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा रहेगी। सभी सिविल सर्जन संबंधित जिला निर्वाचन पदाधिकारी की सहमति से अपने क्षेत्रधिन सरकारी, गैर सरकारी एवं उच्चतर सुविधा वाले अस्पतालों की सूची तैयार कर उनकी मैपिंग करा लें। आकस्मिक स्थिति में सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में इलाज हेतु ससमय रेफरल की व्यवस्था रहे, ताकि निर्वाचन कर्मियों के लिए तत्काल बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहे।
एयर एंबुलेंस की सुविधा रहेगी उपलब्ध
विशेष परिस्थितियों के लिए एयर एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने आज आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड के. रवि कुमार, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा सहित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक को संबोधित करते हुए उक्त बातें कहीं। नेपाल हाउस स्थित सभागार में आयोजित इस बैठक से राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
मेडिकल किट के साथ प्रत्येक मतदान भवन में तैनात रहेंगे स्वास्थ्य कर्मी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने लोकसभा निर्वाचन को लेकर चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट मोड में रहने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लगे पोलिंग पार्टी, चुनाव कर्मी, सुरक्षाकर्मी, मतदान के दिन आये मतदाताओं के लिए प्रत्येक मतदान भवन में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रखी जानी हैं। इसके लिए मतदान केंद्र भवन में मेडिकल किट के साथ स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की जाएगी। स्थानीय सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती रहेगी। साथ ही गैर सरकारी अस्पतालों एवं राज्य के बाहर के उच्चतर सुविधा वाले अस्पतालों को भी चिन्हित किया जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदान भवन में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती से मतदान कार्य में लगे पदाधिकारी, कर्मी के साथ-साथ यहां आने वालें मतदाताओं का इलाज एवं जरूरतमंदों को आवश्यक दवाईयां उपलब्ध कराई जा सकेगी।
उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति, एम्बुलेंस, एयर एम्बुलेंस, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती जैसे स्वास्थ्य से संबंधित अन्य विषयों पर बिंदुवार समीक्षा की।
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा ने पीपीटी के माध्यम से सभी जिलों के सिविल सर्जनों को भारत निर्वाचन आयोग के पैरामेडिकल स्टाफ एवं मेडिकल कीट संबंधी गाइडलाइंस के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एयर एम्बुलेंस, एम्बुलेंस आकस्मिक सुविधा आदि विषयों पर जानकारी देते हुए सजग रहने की बातें कही। स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मियों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा उपलब्ध कराई गयी है। मतदान के दिन डयूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी पोस्टल वैलेट से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा से जुड़े पदाधिकारी एवं चिकित्सक मतदाता जागरूकता में सहयोग करें। उन्होंने विशेषकर चिकित्सकों से अपील किया कि अपने यहां आने वाले मरीजों के पर्चे में वहाँ के मतदान दिवस की तिथि एवं मतदान करने संबंधित स्टाम्प लगाकर अपील करें, ताकि सभी मतदाता मतदान के प्रति सजग हो सकें।
उक्त बैठक में अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आलोक त्रिवेदी, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं, डॉ चंद्र किशोर शाही, विशेष सचिव, जय किशोर प्रसाद, मुख्य निर्वाचन पदधिकारी कार्यालय की ओएसडी गीता चौबे सहित स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे।