झारखंड : बोकारो विधायक श्वेता सिंह पर शिकंजा! चुनाव आयोग में पहुंचा मामला, जानिए आगे की कार्रवाई!

Jharkhand: Noose tightens around Bokaro MLA Shweta Singh! The matter reaches the Election Commission, know further action!

बोकारो विधायक श्वेता सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. भाजपा श्वेता सिंह की शिकायत लेकर राज्य निर्वाचन आयोग पहुंच गयी है.

भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने बोकारो से कांग्रेस पार्टी की विधायक श्वेता सिंह की सदस्यता रद्द करने की मांग कर दी है.

चुनाव आयोग से भाजपा ने की शिकायत

इससे पहले बीजेपी, राज्यपाल संतोष गंगवार से मुलाकात कर विधायक पर 2 पेन नंबर और एक से अधिक वोटर आईडी कार्ड रखने को लेकर शिकायत कर चुकी है. बीजेपी ने राज्यपाल से मांग की है कि इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाये. अब भारतीय जनता पार्टी ने निर्वाचन आय़ोग के पास जाकर श्वेता सिंह की शिकायत कर दी है.

भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिला और विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ ज्ञापन सौंपा. भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को बताया कि श्वेता सिंह ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करते समय शपथ पत्र में कई अहम जानकारियां छिपाई थी जो जनप्रतिनिधित्व अधिनियम का उल्लंखन है.

विधायक पर क्या है आरोप?

भाजपा ने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि श्वेता सिंह ने नामांकन पत्र भरते समय बीएसएल द्वारा आवंटित आवास का ‘नो ड्यूज सर्टिफिकेट’ नहीं अटैच किया. इसके बावजूद उन्होंने शपथ पत्र में गलत जानकारी देते हुए ‘सरकारी बकाया’ वाले कॉलम में ‘एनए’ यानी ‘नॉट एप्लिकेबल’ लिखा. जबकि सच्चाई यह है कि उन पर साल 2022 से ही बीएसएल आवास का बकाया बकाया है.

इसके अलावा भाजपा का आरोप है कि श्वेता सिंह के पास 4 वोटर आईडी कार्ड और 2 पैन कार्ड हैं. प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को इन सभी दस्तावेजों की जानकारी भी सौंप दी है.

प्रतिनिधिमंडल में शामिल भाजपा नेताओं ने मांग की कि इन सभी मामलों की उच्च-स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके. उन्होंने कहा कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो चुनाव आयोग को श्वेता सिंह की सदस्यता रद्द करनी चाहिए.

श्वेता सिंह ने दी सफाई

इधर, भाजपा के द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बोकारो की विधायक श्वेता सिंह ने कहा कि भाजपा नेता अज्ञानता के कारण व्याकुल होकर इधर-उधर दौड़ लगा रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे पूरी तरह से सही हैं और चुनाव आयोग को सभी जरूरी और सही जानकारी पहले ही दे चुकी हैं.

श्वेता सिंह ने कहा मैं वही पेन कार्ड उपयोग करती हूं जो आधार से लिंक है. जहां तक वोटर आईडी की बात है, तो जगह बदलने के बाद नया वोटर कार्ड बनता है.

मैंने पुराने को रद्द करने के लिए आवेदन भी दे रखा है. अगर वह रद्द नहीं हुआ है तो यह संबंधित चुनाव पदाधिकारी माने आरओ का मामला है, इसमें मेरी कोई गलती नहीं है.

आगे श्वेता सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बोकारो के विकास की बात छोड़ कर नेता केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं.

पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने क्या कहा?

वहीं बोकारो के पूर्व विधायक व भाजपा नेता बिरंची नारायण ने विधायक से सवाल किया कि श्वेता सिंह जनता को यह साफ-साफ बताएं कि उनके पास 4 वोटर कार्ड हैं या नहीं, दो पैन कार्ड हैं या नहीं. उन्होंने आरोप लगाया कि एक पैन कार्ड पर उनके पति का नाम दर्ज है, जो नहीं होना चाहिए. इसके अलावा दोनों पैन कार्ड में नाम की स्पेलिंग में अंतर है, जो संदेह पैदा करता है.

बिरंची नारायण ने कहा हम सिर्फ निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। अगर श्वेता सिंह निर्दोष हैं तो जांच में साफ हो जाएगा. लेकिन यदि उन्होंने गलत जानकारी देकर चुनाव लड़ा है तो यह जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन है और इसके लिए चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए.

विधानसभा भी पहुंचा चुका है मामला

गौरतलब है कि विधायक श्वेता सिंह का मामला विधानसभा भी पहुंच चुका है. इस मामले को लेकर स्पीकर रवींद्रनाथ महतो से उनकी सदस्यता खत्म करने की मांग की गई है.

इसके अलावा बोकारो डीसी विजया माधव ने भी मामले की जांच कर निर्वाचन आयोग के पदाधिकारी को एक रिपोर्ट भेजी है. अब देखना होगा चुनाव आयोग इस मामले की जांच करता है तो क्या निकलकर सामने आता है.

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