जयराम महतो को इन प्रत्याशियों ने डूबा दिया…रिजवान के बाद अब इस उम्मीदवार ने भी दिया गच्चा, वोटिंग से पहले JMM में शामिल

Jairam Mahato was drowned by these candidates...after Rizwan, now this candidate also cheated, joined JMM before voting.

Jharkhand Election: मुझको तो अपनों ने लूटा…गैरों में कहां दम था, मेरी कस्ती वहां डूबी, जहां पानी कम था….झारखंड चुनाव में जयराम महतो की जिस JLKM को तीसरे मोर्चे के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा था। उस पार्टी के प्रत्याशियों ने ही भट्ठा बैठाना शुरू कर दिया है। पहले गांडेय से रिजवान अंसारी और अब गढ़वा से सोनू यादव…जयराम महतो ने इन दोनों को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन दोनों ने अपनी ही पार्टी को गच्चा दे दिया। दोनों पाला बदलते हुए चुनाव के ठीक पहले विरोधियों के खेमे में शामिल हो गये। गांडेय और गढ़वा में जिस JMM के साथ JLKM का मुकाबला होने की बात कही जा रही। उसी JMM में दोनों प्रत्याशी शामिल हो गये।

 

जयराम महतो की पार्टी JLKM ने सोनू यादव को गढ़वा से अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन गुरुवार को सोनू यादव JMM में शामिल हो गए और अपना समर्थन JMM के उम्मीदवार मंत्री मिथिलेश ठाकुर को दे दिया। एक के बाद एक लग रहे झटके से JLKM की चिंताएं बढ़ गयी है। युवा जयराम महतों की पार्टी के बारे में भविष्यवाणी थी, वो इस चुनाव में किंग मेकर हो सकते हैं, लेकिन चुनाव लड़ने के पहले ही जिस तरह से जयराम के योद्धा एक के बाद एक हथियार डालते दिख रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि इस चुनाव में उनकी मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है।

 

मिथिलेश ठाकुर ने सोनू यादव के झामुमो में शामिल होने की तस्वीर पोस्ट की है। उन्होने लिखा है कि गढ़वा आवास पर वर्तमान JLKM से प्रत्याशी सोनू यादव और पलामू संसदीय क्षेत्र से पूर्व लोकसभा प्रत्याशी (राष्ट्रीय समानता दल) ब्रजेश तुरी ने झामुमो की सदस्यता ग्रहण की। आप लोगों के समर्थन से झामुमो की ताकत में वृद्धि हुई है। इस चुनाव में आप सभी लोगों के साथ से विरोधियों की जमानत जब्त हो जाएगी। आप सभी का झारखंड मुक्ति मोर्चा परिवार में हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत है।

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सबसे पहले रिजवान ने दिया झटका 

जयराम महतो के साथ भाषा आंदोलन में शुरुआत से जुड़े अकील अख्तर उर्फ रिजवान ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष को झटका देते हुए झामुमो का दामन थाम लिया था। गांडेय से जेएलकेएम के प्रत्याशी रिजवान ने झामुमो की कल्पना सोरेन के पक्ष में नामांकन वापस ले लिया था। पार्टी का मुस्लिम चेहरा बन चुके रिजवान ने ऐसे समय में पार्टी छोड़ी है, जब गांडेय से कोई दूसरा उम्मीदवार अब जेएलकेएम से नामांकन नहीं कर सका, क्योंकि नामांकन करने की तिथि समाप्त हो चुकी थी। रिजवान ने सोची समझी योजना के तहत नाम वापस लेने के आखिरी दिन से एक दिन पूर्व पार्टी छोड़ी। ये जयराम महतो की पार्टी को एक साथ दोहरा झटका जैसा था। अब गांडेय विधानसभा सीट पर जेएलकेएम का कोई उम्मीदवार चुनाव में नजर नहीं आएगा। गांडेय विधानसभा सीट से मुस्लिम प्रत्याशी देकर जयराम महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी सह गांडेय से पार्टी उम्मीदवार कल्पना सोरेन को टेंशन दे दी थी, लेकिन ऐन मौके पर झामुमो ने रिजवान को तोड़ते हुए उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर जयराम को झटका दे दिया।

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