झारखंड में फरवरी में इंटर की परीक्षा, अब तक शुरू नहीं हुई क्लास; 27000 विद्यार्थियों का भविष्य संकट में

Jharkhand to hold intermediate exams in February, classes haven't started yet; future of 27000 students in danger

झारखंड में इंटरमीडिएट के 27000 छात्रों ने मार्च से जून तक एक भी क्लास अटैंड नहीं किया. फरवरी में परीक्षा होगी तो ऐसे में वे उत्तर-पुस्तिका में क्या लिखेंगे.

गौरतलब है कि झारखंड के 42 अंगीभूत कॉलेजों में 11वीं कक्षा में दाखिला नहीं लिया गया वहीं, 12वीं की पढ़ाई भी यहां बंद हो चुकी है. वर्ष 2024 में ही ऐसे कॉलेजों में नामांकित छात्रों को नजदीकी प्लस टू स्कूल या इंटर कॉलेज में शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया था लेकिन, अभी तक इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है.

ऐसे में छात्रों की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाई है. समस्या यह है कि यदि वक्त पर सिलेबस पूरा नहीं हुआ तो छात्र अगले साल फरवरी में बोर्ड की परीक्षा कैसे देंगे?

फरवरी 2026 में होगी इंटरमीडिएट की परीक्षा
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने फरवरी 2026 में ही इंटरमीडिएट की परीक्षाएं आयोजित कराने का फैसला किया है और उसमें केवल 7 माह का समय बचा है.

नियमित पठन-पाठन नहीं होने से 27 हजार अभ्यर्थियों का भविष्य अधर मे लटका है क्योंकि वक्त पर सिलेबस पूरा हो पाने में संदेह है. गौरतलब है कि कॉलेजों के 5 किमी के दायरे में आने वाले प्लस टू स्कूल या इंटर कॉलेज में उनको शिफ्ट किया जाना था लेकिन अब तक ऐसी कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है जिसमें विद्यार्थियों को शिफ्ट किए जाने की पुष्टि हो सके.

कॉलेजों से प्लस टू स्कूल में नहीं हुई शिफ्टिंग
रिपोर्ट्स हैं कि विद्यार्थियों की शिफ्टिंग की प्रक्रिया तक शुरू नहीं की गई है. छात्र-छात्राओं को कब और कहां शिफ्ट किया जायेगा इसे लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. विद्यार्थी भी चिंतित हैं कि यदि 11वीं का रिजल्ट कॉलेज से आया है तो 12वीं का स्कूल से आने पर परेशानी तो नहीं होगी.

प्लस टू स्कूलों में अभी 11वीं के विषय शिक्षक ही कार्यरत हैं. इंटरमीडिएट में कई ऐसे विषय हैं जिनके शिक्षक उपलब्ध नहीं है और उसका पठन-पाठन भी नहीं होता है. ऐसे में छात्र-छात्रायें बिना शिक्षक वाले स्कूलों में जाते हैं तो उनको सेल्फ स्टडी के भरोसे ही 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होना होगा.

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