किशनगंज । बिहार के किशनगंज जिले में पुलिस ने एक बीएसएफ के एक जवान को गिरफ्तार किया है। बिहार पुलिस को लंबे वक्त से उसकी तलाश थी। बीएसएफ के वर्दी के आड़ में वह लंबे समय से शराब की तस्करी कर रहा था। एसएफ 94वीं बटालियन के इंस्पेक्टर आलोक कुमार रविकर को पुलिस और उत्पाद विभाग द्वारा संयुक्त रूप से गिरफ्तार शनिवार को किया गया था. पुलिस की पूछताछ में आलोक ने बताया कि पिछले डेढ़ साल से विभाग द्वारा वेतन रोक दिया गया था. आर्थिक तंगी से परेशान होकर शराब तस्करी का धंधा करने लगा. वहीं, गिरफ्तार आलोक के पास से पुलिस ने शराब के साथ-साथ लाइसेंसी पिस्टल, गोली, कई बैंकों के एटीएम कार्ड और मोबाइल बरामद किया है.

मिली जानकारी के अनुसार आलोक कई महीनों से शराब तस्करी के धंधे में संलिप्त था. किसी को उसके ऊपर शक नहीं हो इसके लिए उसने अपने कार पर बीएसएफ का बोर्ड भी लगा रखा था लेकिन किशनगंज में आलोक उत्पाद विभाग और पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसकी गिरफ्तारी के बाद बीएसएफ महकमे में हड़कंप मच गया है. वहीं, पुलिस ने आलोक के पास से विभिन्न ब्रांड के 106 लीटर विदेशी शराब, 32 बोर का लाइसेंसी पिस्टल, 8 राउंड गोली, विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, एक मोबाइल के साथ साथ तस्करी में प्रयुक्त बीआर 11 एटी 3085 नंबर की कार बरामद की गई.

कार के डैशबोर्ड पर अपना लाइसेंसी बंदूक रख देता था, जिससे पुलिस को शराब तस्करी का भनक तक न लग सके। गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर का रुतबा ऐसा था कि यदि कोई भी उसकी गाड़ी रुकवा लेता तो अपना आईडी कार्ड निकाल कर तुरंत दिखाता और जवाब ऐसा देता कि कोई भी शक ना कर सके कि कार में वह शराब की तस्करी कर रहा है।

पूछताछ में जवान ने बताया कि वहरेजीमेंट नंबर 1002582 इंस्पेक्टर के पद पर 94 बटालियन बीएसएफ खगड़ा में पदस्थापित है। जवान 28 फरवरी 2023 से चिकित्सा उपचार हेतु अवकाश में था। आरोपित ने बताया कि बीएसएफ की वर्दी पहनकर वह शहर से सटे पश्चिम बंगाल के रामपुर स्थित गुप्ता होटल से शराब खरीद कर अपने गृह जिला कटिहार में ऊंची कीमत पर बेचता था।

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