भारत रचेगा इतिहास, जीवन भर संघर्ष करती एक आदिवासी महिला बनने वाली है भारत की राष्ट्रपति .. पढ़िए उनकी संघर्ष गाथा….

नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव रिजल्ट देश में नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया के बाद वोटो की गिनती चल रही है। 23 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएगी। देश के राष्ट्रपति के चुनाव में मिले वोटों की गिनती की प्रक्रिया चल रही है। इस बार राष्ट्रपति चुनाव में सत्ता पक्ष की तरफ से द्रौपदी मुरमू और विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार द्रोपदी मुर्मू वोटों की गिनती में आगे चल रही है । पहले रुझान में द्रोपदी मुर्मू को 540 वोट मिले थे वहीं यशवंत सिन्हा को 208 वोट मिले। पहले वोटों की गिनती के रुझान के बाद द्रोपदी मुर्मू के गांव में जश्न का माहौल शुरु हो गया।

आइए जानते हैं द्रौपदी मुर्मू के परिवार और उनके निजी जीवन के बारे में कुछ बातें

  • द्रौपदी मुर्मू को कई व्यक्तिगत त्रासदी का सामना करना पड़ा। 2009 से 2014 के बीच उन्होंने अपने पति, दो बेटों, मां और भाई को खो दिया।
  • 2009 में उनके एक बेटे की रहस्यमय परिस्थिति में मौत हो गई। 2009 की रिपोर्ट के अनुसार उनके बेटे लक्ष्मण मुर्मू (25) अपने बिस्तर में अचेत अवस्था में पाए गए थे। उनके पति श्याम चरण मुर्मू का 2014 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
  • 2012 में द्रोपदी मुर्मू ने अपने दूसरे बेटे को एक सड़क दुर्घटना में खो दिया।
  • मुर्मू के बेटी की इतिश्री मुर्मू एक बैंक में काम करती है और उनकी शादी गणेश हेंब्रम से हुई है ,जो एक रग्बी खिलाड़ी है

अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने से पहले द्रोपदी मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर में एक शिक्षिका थी।

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