केरल: विश्व कप से पहले भारतीय टीम के पास अपनी गलतियों को सुधारने का आखरी मौका है। भारत का साउथ अफ्रीका के साथ 3 मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मुकाबला आज 28 सिंतबर (बुधवार) को तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड स्टेडियम में खेला जा रहा है इस सीरीज के बाद भारतीय टीम वर्ल्ड कप के लिए सीधे ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेगी। पिछले मैच की गलतियों को सुधार कर टीम इस सीरीज में वर्ल्ड कप से पहले सकारात्मक ऊर्जा भरने को बेताब हैं। अभी हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के साथ सम्पन्न हुई सीरीज में विजय रहने पर भारतीय टीम का मनोबल जरूर बढ़ा हुआ है पर द. अफ्रीका को वो हल्के में नही लेगी।

अंतिम ओवरों की गेंदबाज़ी चिंता का सबब

फटाफट फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए अंतिम 5 ओवरों में गेंदबाजी अभी भी सिरदर्द बनी हुई है। ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरीज में इसकी कलाई खुल कर सामने आई। सीरीज जितने के बाद खुद कप्तान रोहित शर्मा ने माना कि आखरी ओवरों में गेंदबाजी में सुधार करने की जरूरत है।
इस सीरीज में पंड्या और भुवनेश्वर को आराम दिया गया है। रोटेटिंग नीति के तहत अन्य गेंदबाज़ों को टीम में मौका मिल सकता है जिसे वो भुनाने में कोई कसर नही छोड़ना चाहेंगे। विश्व कप के स्टैंडबाय सदस्यों में रखे गए दीपक चाहर को प्लेइंग इलेवन में चुना जाना तय है। उनके अलावे डेथ ओवरों में बुमराह को अर्शदीप सिंह का साथ मिलेगा। रोहित ने वर्ल्ड कप से पहले सभी खिलाड़ियों को मौका देने की बात कही है। लिहाजा अश्विन को मैदान पर उतरने का मौका मिल सकता है। चाहल को अपनी गेंदबाजी में सुधार की जरूरत है।

बल्लेबाज फॉर्म में

पिछले सीरीज में भारतीय दृष्टिकोण से एक सकारात्मक तत्व ये रहा कि हमारे बल्लेबाज फॉर्म में रहे। चाहे बात कोहली की हो या कैप्टन रोहित की, या फिर अंतिम मैच के हीरो सूर्यकुमार यादव की, सभी बेहतरीन फॉर्म से गुज़र रहे हैं। हालाँकि उपकप्तान केएल राहुल को एक बड़ी पारी की जरूरत है, जिससे उनका आत्मविश्वास वापस लौट सके।
फिनिशिंग टच देने के लिए टीम में रखे गए दिनेश कार्तिक को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 8 गेंदे खेलने को मिले थे, लिहाजा उन्हें ज्यादा वक्त पिच पर गुज़ारने देने होंगे। इस सीरीज में कमर की चोट के कारण दीपक हुड्डा टीम में शामिल नही किये गए है। उनकी जगह श्रेयस अय्यर को उतारा जा सकता है।

भारत मे अजय है अफ्रीका

भारत मे साउथ अफ्रीका कभी सीरीज नही हारा है। भारत ने दक्षिण अफ्रीका को छोड़कर लगभग सभी टीमों से घर मे फटाफट फॉर्मेट की सीरीज जीती है। पिछले 7 सालों में भारत-अफ्रीका के बीच 3 सीरीज खेली गई है, जिसमे से 2 ड्रा हुई और 1 अफ्रीका ने कब्जाई है। दक्षिण अफ्रीका ने पहली दफ़ा भारत के खिलाफ यहाँ 2015 में सीरीज खेली थी और उसने 2-0 के अंतर से इसे अपने नाम किया था।
इस बार साउथ अफ्रीका को कड़ी चुनौती मिलेगी, क्योंकि भारत विश्व कप से पहले कोई कसर नही छोड़ना चाहेगा। मेहमान कप्तान तेम्बा बाबुमा ने भी माना है कि भारत मे नई गेंदों से गेंदबाज का सामना करना चुनौतीपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि वे अपने देश मे जिन परिस्थितियों में खेलने के आदि है, उससे ज्यादा भरतीय परिस्थितियों में गेंदबाज स्विंग कराते हैं। उनके अनुसार उनकी टीम को सफल होने के लिए शुरुआती ओवरों में विकेट बचाने की जरूरत होगी।

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