नई दिल्ली: देश आज आजादी का जश्न मना रहा है। स्वतंत्रता दिवस  को देखते हुए राजधानी दिल्ली के साथ-साथ देश के लगभग सभी शहरों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। लाल किले के आसपास बहुस्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं और पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लगातार नौवीं बार लाल किले से तिरंगा फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे। इस साल 15 अगस्त को होने वाला समारोह खास है, क्योंकि यह भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हो रहा है और सरकार इस मौके पर कई कार्यक्रम शुरू कर रही है। सरकार ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर ‘हर घर तिरंगा’ समेत कई कार्यक्रम शुरू किए हैं।

हो सकती हैं कई महत्वपूर्ण घोषणाएं

पीएम मोदी अक्सर इस अवसर पर अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के अहम नतीजों पर बात करते हैं और कई बार महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हैं। उन्होंने बीते साल अपने भाषण में राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन, गति शक्ति मास्टर प्लान और 75 सप्ताह में 75 वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणाएं की थीं। इससे पहले 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की थी कि छह लाख से अधिक गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने का काम 1,000 दिन में पूरा किया जाएगा उन्होंने प्रत्येक नागरिक को डिजिटल स्वास्थ्य पहचान पत्र देने की सरकार की योजना का भी जिक्र किया था।

पीएम मोदी दे सकते हैं ये सौगात

प्रधानमंत्री मोदी इस साल स्वतंत्रता दिवस पर स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ‘हील इन इंडिया’, ‘हील बाय इंडिया’ जैसी कई पहलों और 2047 तक ‘सिकल सेल’ बीमारी को खत्म करने के लिए एक रोडमैप की घोषणा कर सकते हैं आधिकारिक सूत्रों ने यह बात कही।

अस्पतालों के बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जाएगा’सूत्रों ने कहा कि ‘हील इन इंडिया’ पहल के तहत मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 12 राज्यों के 37 अस्पतालों में चिकित्सा बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जाएगा. पहल का उद्देश्य मेडिकल टूरिज्म के लिए देश को एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है. दस चिह्नित हवाई अड्डों पर दुभाषिए और विशेष डेस्क, एक बहुभाषी पोर्टल और अंतरराष्ट्रीय रोगियों तथा उनके साथियों के लिए सरलीकृत वीजा मानदंड भी पहल के मुख्य आकर्षणों में से हैं।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन’ का बदल सकता है नाम

विस्तार के साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का नाम पीएम समग्र स्वास्थ्य मिशन रखे जाने की उम्मीद है। भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 तक ‘सिकल सेल’ बीमारी को खत्म करने के लिए जनजातीय मामलों के मंत्रालय के सहयोग से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए रणनीतिक रोडमैप के बारे में एक अधिकारी ने कहा कि तीन साल में 17 राज्यों के 200 जिलों में 40 साल से कम उम्र के लगभग सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग के लिए एक खाका तैयार किया गया है। क्यूएचपीवी टीका स्वदेशी रूप से सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने विकसित किया है. फिलहाल भारत टीके के लिए पूरी तरह विदेशी विनिर्माताओं पर निर्भर है।

राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य मंत्रालय 9-14 वर्ष की आयु की लड़कियों के लिए क्यूएचपीवी टीकाकरण की शुरुआत करने की योजना बना रहा है। एक सूत्र ने बताया कि इसकी शुरुआत में छह महीने तक का समय लग सकता है। भारत में सर्विकल कैंसर 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है। देश में हर साल 1,22,844 महिलाएं सर्विकल कैंसर से प्रभावित होती हैं, जिनमें से 67,477 की मौत हो जाती है। सूत्रों ने कहा कि टीकाकरण से 9-14 वर्ष की आयु वर्ग की लड़कियों में सर्विकल कैंसर को रोका जा सकता है।

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