धनबाद: वासेपुर में 26 पर्यटक की हत्या और आतंकी फंडिग के मामले में NIA की बड़ी छापेमारी, पैसा इतना की मंगानी पड़ी मशीन, मिले कई अहम सुराग…

Dhanbad news: देश भर में कोयला राजधानी के नाम से मशहूर धनबाद अब आतंकी फंडिग और गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसे कारनामे से सुर्खियों में है।जम्मू में 26 पर्यटक के हत्या मामले में वासेपुर में बड़ी छापेमारी हुई है।
झारखंड के धनबाद जिले के वासेपुर इलाके में मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकी फंडिंग से जुड़े एक बड़े मामले में छापेमारी की.धनबाद शहर के बीचोबीच बसे वासेपुर में शाहबाज अंसारी के घर पर मंगलवार को NIA और ATS की टीम ने जारी की। टीम बैंक मोड़ थाना पुलिस के साथ मिलकर जब्बार मस्जिद के पास स्थित शाहबाज अंसारी के घर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
कौन है शाहबाज अंसारी
शाहबाज के पिता का नाम मोहम्मद सलाउद्दीन है, जो हीरापुर में कपड़ा कारोबारी है। इनके चार पुत्र हैं। जिसमें सबसे बड़ा शाहबाज है। इसी साल के दिसंबर में शाहबाज की शादी होनी है। मंगलवार को सुबह 6:00 से ही स्थानीय बैंक मोड़ थाने की पुलिस के साथ टीम उसकी आवास पर पहुंच गई।शाहबाज गोविंदपुर अंचल कार्यालय में प्रज्ञा केंद्र चलाता है। और उनके तीन भाई दूसरे दूसरे काम करते हैं, शादी अभी किसी की नहीं हुई है, एक बहन है।
UP की टीम भी मौजूद
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) की टीम भी इस कार्रवाई में शामिल रही. छापेमारी का मुख्य निशाना नूरी मस्जिद के पास रहने वाले जमीन कारोबारी और गोविंदपुर प्रज्ञा केंद्र के संचालक शाहबाज अंसारी उर्फ शाहबाज अंसारी का घर था. एनआईए की टीम ने उनके आवास की बारीकी से तलाशी ली, जिसमें भारी मात्रा में नकदी बरामद होने की पुष्टि हुई है.
नकदी की गिनती के लिए धनबाद पुलिस ने नोट गिनने की मशीनों के साथ मौके पर पहुंचकर सहयोग किया.एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि तलाशी से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है. शाहबाज अंसारी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, और उनके परिजनों से भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं.यह घटना वासेपुर के संवेदनशील इतिहास को फिर से उजागर करती है.
मालूम हो कि मात्र तीन महीने पहले, अप्रैल 2025 में झारखंड ATS ने वासेपुर सहित धनबाद के कई इलाकों में छापेमारी की थी. उस ऑपरेशन में पाकिस्तानी आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़े छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें युसुफ, कौसर, गुलफाम, अयान, शहजाद और शबनम शामिल थे. यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले (अप्रैल 2025) से जुड़ी थी, जिसमें 26 पर्यटकों की हत्या हुई थी.








