साहिबगंज में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा: बाबूलाल मरांडी ने किया खुलासा, जांच में क्या आया सामने ? जानिए क्या है पूरा मामला?
Illegal occupation of government land in Sahibganj... Babulal Marandi made the revelation, what came out in the investigation? Know what is the whole matter?

झारखंड में एक बार फिर से बंगालदेशी घुसपैठ का मुद्दा गहराने लगा है. और अब इसका जीता- जगता उदाहरण भी देखने को मिल रहा है. दरअसल, साहिबगंज के बरहड़वा अंचल के सिरासिन मौजा में स्थित प्राचीन शिव मंदिर के रास्ता के साथ- साथ स्थित सरकारी जमीन पर मुस्लिम समुदाय के द्वारा कब्जा कर लिया गया है.
बाबूलाल मरांडी ने पोस्ट कर क्या लिखा?
हिंदी दैनिक अखबार दैनिक जगरण में छपी रिपोर्ट के मुताबिक साहिबगंज में मंदिर के रास्ते व सरकारी जमीन को घर रखा है मुस्लिम कब्जेदारों ने. वहीं इस छपे रिपोर्ट को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडियो एक्स पर पोस्ट किया है.
बाबूलाल मरांडी ने इस पोस्ट के जरिये हेमंत सरकार पर निशाना साधा. और बंगालदेशी घुसपैठ का मुद्दा फिर से गहराने लगा है.
बाबूलाल मरांडी ने पोस्ट में लिखा कि साथ संताल परगना में घुसपैठ और जनसांख्यिकीय परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर मैं लगातार आवाज़ उठाता रहा हूं. अब इन मुद्दों के प्रत्यक्ष प्रभाव सामने आने लगे हैं. प्रसन्नता है कि मीडिया भी अब इस गंभीर समस्या को अपने स्तर से उठाने लगी है.
क्या है पूरा मामला?
ताजा मामला साहिबगंज जिले के बरहेट प्रखंड के सिरासिन मौजा का है, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर और उसके आसपास की सरकारी भूमि पर मुस्लिम कब्जेदारों ने अवैध रूप से घेरा बना लिया है. इसके चलते न सिर्फ मंदिर तक जाने का रास्ता बाधित हुआ है, बल्कि मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य पर भी विराम लग गया है.यह घटना संताल परगना में बढ़ते जनसंख्या असंतुलन और प्रशासन की निष्क्रियता का प्रमाण है.
घुसपैठ का मुद्दा कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं…
आगे बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारे लिए घुसपैठ और जनसंख्या परिवर्तन का मुद्दा कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की संस्कृति, परंपरा और अस्तित्व को बचाने की लड़ाई है. आगे बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज डीसी को टैक करते हुए उक्त मामले में कारवाई करने को कहा है.