झारखंड में अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करेगा STF, चिन्हित कर ग्रुप में भेजा जायेगा वापस
STF will identify illegal Bangladeshis in Jharkhand, they will be identified and sent back in groups

झारखंड सहित देश के कई हिस्सों में बांग्लादेशी घुसपैठ के होने की बात बार-बार कही जा रही है. 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का सबसे बड़ा मुद्दा झारखंड को बांग्लादेशी घुसपैठ से मुक्त करना था. अब केंद्र सरकार ने इससे जुड़ा बड़ा फैसला ले लिया है.अब स्पेशल टास्क फोर्स इनकी पहचान कर इन्हें देश से बाहर भेजने का काम करेगी. इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को विस्तृत निर्देश भेजे हैं.
गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को भेजा पत्र
गृह मंत्रालय ने राज्य को भेजे पत्र में कहा है कि जिला स्तर पर यह टास्क फोर्स पुलिस के अधीन कार्य करेगा. इसका मुख्य कार्य अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या की पहचान करना, उनकी जांच करना और उन्हें वापसी की प्रक्रिया के तहत भेजना होगा. राज्य सरकार को यह भी निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक जिले में पकड़े गये बांग्लादेशी नागरिकों को रखने के लिए होल्डिंग सेंटर का निर्माण किया जाये. अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति यह दावा करता है कि वह भारतीय नागरिक है और वर्तमान में देश के किसी अन्य राज्य में रह रहा है, तो उसके दावे की जांच के लिए संबंधित राज्य के गृह सचिव को रिपोर्ट भेजी जायेगी. इसके आधार पर वहां से सत्यापन कराया जायेगा. जांच के दौरान संदिग्ध व्यक्ति को होल्डिंग सेंटर में ही रखा जायेगा. संबंधित जिले के उपायुक्त को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी. यदि तय समय सीमा में रिपोर्ट नहीं आती है, तो उस स्थिति में अधिकारी अपनी ओर से आवश्यक निर्णय लेंगे.
जांच के बाद भेजे जाएंगे वापस
एसटीएफ की जांच में अगर यह साबित हो जाता है कि व्यक्ति बांग्लादेशी या रोहिंग्या है, तो उसकी बायोमैट्रिक पहचान ली जायेगी और इसे विदेशियों की पहचान के लिए तैयार एफआईपी पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा. सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद ऐसे लोगों को समूह में वापस भेजने की कार्रवाई की जायेगी.