शंख का रहस्य: घर में ऐसे रखें तो खुल जाएंगे भाग्य के द्वार…गलत रखा तो मिल सकता है अशुभ संकेत…

वास्तु शास्त्र में शंख की शक्ति—कौन-सी दिशा है सबसे शुभ और कौन-सी गलती कर सकती है नुकसान

शंख का रहस्य: हिंदू धर्म में शंख को अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली माना गया है। पूजा, आरती और धार्मिक अनुष्ठानों में शंख की ध्वनि को शुभ, सकारात्मक और वातावरण को शुद्ध करने वाला कहा गया है। मान्यता है कि इसकी उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी और यह भगवान विष्णु का प्रिय अस्त्र है। इसी कारण शंख को घर में रखना बेहद शुभ माना जाता है, लेकिन वास्तु शास्त्र इसके कुछ बेहद महत्वपूर्ण नियम भी बताता है।

शंख रखने से मिलता है देवी-देवताओं का आशीर्वाद

वास्तु के अनुसार घर में शंख रखने से—

  • घर में सुख-शांति आती है

  • नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है

  • धन-समृद्धि बढ़ती है

  • देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है

लेकिन यह फायदे तभी मिलते हैं जब शंख सही दिशा और सही तरीके से रखा जाए।

शंख रखने की सबसे शुभ दिशा – ईशान कोण (उत्तर-पूर्व)

वास्तु शास्त्र के अनुसार शंख को केवल उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में रखना चाहिए।
यहीं पर घर का मंदिर या पूजा स्थान होना सबसे शुभ माना जाता है।
इस दिशा में रखा शंख—

  • सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है

  • धन-संपत्ति में वृद्धि करता है

  • मानसिक शांति प्रदान करता है

शंख की सफाई बेहद जरूरी

शंख को हमेशा साफ रखना चाहिए।
✔ शंख बजाने के बाद उसे साफ पानी से धोकर ही वापस रखें।
✔ गंदा या धूल-भरा शंख नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है।

कभी भी शंख को ज़मीन पर न रखें

वास्तु के अनुसार शंख को सीधे जमीन पर रखना अशुभ माना गया है।
पूजा के दौरान इसे—

  • साफ कपड़े

  • या छोटे स्टैंड

पर ही रखा जाता है।

शंख रखने की सही दिशा और तरीका

  • शंख को भगवान विष्णुमाता लक्ष्मी या बाल गोपाल की मूर्ति के दाहिनी ओर रखें।

  • शंख का खुला भाग हमेशा ऊपर की ओर होना चाहिए।
    यह घर में सकारात्मक कंपन और लक्ष्मी कृपा बढ़ाता है।

घर में दो शंख रखना शुभ

वास्तु कहता है कि घर में दो शंख रखना चाहिए—

  1. पूजा का शंख: सिर्फ आरती और पूजन के लिए

  2. बजाने वाला शंख: जिसे रोज बजाया जा सके

दोनों को एक-दूसरे का विकल्प मानकर नहीं चलना चाहिए।

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