ICC ने बदले क्रिकेट के 8 बड़े नियम: अब 1 चालाकी पर मिलेगी 5 रन की सजा, टेस्ट में भी लगेगा स्टॉप क्लॉक

नई दिल्ली:इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने क्रिकेट के नियमों में आठ बड़े बदलाव किए हैं, जो 2 जुलाई 2025 से प्रभावी होंगे। ये नए नियम टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों फॉर्मेट में लागू होंगे। इनका मकसद खेल को तेज़, पारदर्शी और अनुशासित बनाना है। अब खिलाड़ियों की छोटी-छोटी चालाकियों पर सीधे सजा तय होगी।
जानिए कौन-कौन से नियम बदले गए हैं:(ICC ने बदले क्रिकेट के 8 बड़े नियम)
1. टेस्ट में भी स्टॉप क्लॉक नियम लागू
अब टेस्ट क्रिकेट में भी हर ओवर के बाद अगला ओवर एक मिनट के भीतर शुरू करना होगा।
दो चेतावनी के बाद फील्डिंग टीम पर हर उल्लंघन पर 5 रन की पेनाल्टी।
यह नियम फिलहाल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 में लागू रहेगा।
2. जानबूझकर शॉर्ट रन पर 5 रन की सजा
अगर बल्लेबाज जानबूझकर रन पूरा किए बिना फर्जी रन चुराने की कोशिश करता है:
5 रन की पेनाल्टी लगेगी
अगली गेंद पर स्ट्राइक कौन लेगा, यह फील्डिंग टीम तय करेगी।
3. गेंद पर लार लगाई, तो गेंद नहीं बदलेगी
अब गेंद पर सलाइवा (लार) लगाना पेनल्टी लायक नहीं होगा।
गेंद तभी बदलेगी जब अंपायर को लगे कि उसकी स्थिति बदली है।
4. DRS के नए नियम में LBW की जांच भी शामिल(ICC ने बदले क्रिकेट के 8 बड़े नियम)
अगर कोई बल्लेबाज कैच आउट दिए जाने पर DRS लेता है और बल्ले से संपर्क नहीं हुआ हो,
तो टीवी अंपायर अब LBW की भी जांच करेगा।
अगर वह LBW में आउट पाया गया तो उसे आउट करार दिया जाएगा।
5. दो अपील पर पहली घटना ही मान्य
एक ही गेंद पर दो अपील (जैसे रनआउट और LBW) होने पर
पहली अपील को ही प्राथमिकता मिलेगी, दूसरी की जांच नहीं होगी।
6. नो बॉल पर भी कैच की वैधता जांचेगा तीसरा अंपायर
पहले नो बॉल पर कैच की जांच नहीं होती थी, अब होगी।
अगर कैच सही है तो बल्लेबाज आउट नहीं, लेकिन फील्डिंग टीम को 1 रन अतिरिक्त मिलेगा।
7. वनडे में 35वें ओवर के बाद नई गेंद नहीं मिलेगी
अब पूरी 50 ओवर की पारी एक ही गेंद से चलेगी।
इससे डेथ ओवर्स में रिवर्स स्विंग बढ़ेगी और रनों पर लगाम लगेगी।
8. बाउंड्री के बाहर से कैच पर सख्ती
अब कोई फील्डर अगर बाउंड्री के बाहर खड़ा होकर गेंद को छुएगा,
तो वह अवैध कैच माना जाएगा।
केवल एक बार गेंद को हवा में अंदर उछालकर कैच करना मान्य होगा।
ICC के ये नए नियम क्रिकेट को ज्यादा अनुशासित और तेज़ गति वाला बनाएंगे। खासकर खिलाड़ियों की चालाकियों, जैसे शॉर्ट रन या स्लो ओवर रेट, पर सीधी सज़ा का प्रावधान अब देखने को मिलेगा। टेस्ट क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक और वनडे में पुरानी गेंद के इस्तेमाल जैसे नियम बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच संतुलन बनाने की दिशा में अहम कदम हैं।