नरसिंहपुर: चर्चित IAS तपस्या परिहार की बहन प्रतिज्ञा परिहार जनपद अध्यक्ष बन गयी है। तपस्या परिहार वही IAS अफसर है, जिसने अपनी शादी में कन्यादान की रश्म से इनकार कर दिया था। शादी में कन्यादन की रश्म से इनकार करते हुए तपस्या ने ये अपने पिता से कह दिया था कि वो कोई दान की चीज नहीं है, बल्कि आपकी बेटी हूं। IFS गर्वित गंगवार से शादी रचाने वाली IAS तपस्या के कन्यादान की रश्म से इनकार को लेकर सोशल मीडिया में खूब बहस छिड़ी थी।

IAS तपस्या की बहन प्रतिज्ञा भी IAS की तैयारी कर रही थी और कोरोना काल में अपने घर आ गयी थी। पिछले दिनों जब प्रतिज्ञा को वापस तैयारी पर जाने के लिए बोला गया, तो उन्होंने इनकार कर दिया। इसके बाद प्रतिज्ञा से परिवार के लोगों ने कहा कि अगर ये पढ़ना नहीं चाह रही, तो इसे चुनाव लड़वा देते हैं। उसी दिन नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल (केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के भाई) घर आए थे. उनके सामने भी बात उठी। उन्होंने भी राजनीति में उतरने के लिए प्रेरित किया। कहीं न कहीं मुझे समाज के लिए काम करना था, इसीलिए राजनीति में एंट्री कर ली।

जिले के ग्राम जोबा निवासी प्रतिज्ञा की दादी देव कुंवर परिहार पहले जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं. इस परिवार के विश्वास परिहार और विनायक परिहार का स्थानीय राजनीति में खासा दखल है. लेकिन अचानक परिहार परिवार की बेटी का नाम आने से राजनीतिक गलियारों काफी चर्चा हो रही है।

प्रतिज्ञा परिहार ने कहा कि किसी भी चुनाव में निर्विरोध चुना जाना बहुत ही कठिन होता है, लेकिन सभी ने समर्थन से यह संभव हो गया। उन्होंने बताया कि पापा विश्वास परिहार की इच्छा थी कि एक भाई और दो बहनों में से एक कोई राजनीति में आए. बता दें कि जनपद अध्यक्ष बन चुकीं प्रतिज्ञा की बड़ी बहन तपस्या ने UPSC 2018 बैच में ऑल इंडिया 23वीं रैंक हासिल की थी। IAS तपस्या इन दिनों बड़वानी जिले के सेंधवा में एसडीएम हैं। जबकि छोटा भाई विकल्प परिहार दिल्ली के थिएटर जगत में सक्रिय है।

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