विधायक बनते ही पति की हत्या…लेकिन लेशी सिंह ने हौसले से सबको चौंका दिया…तीसरी बार मंत्री बनीं…

पूर्णिया: बिहार की राजनीति में लेशी सिंह का नाम हौसले और दृढ़ता की मिसाल बन चुका है। धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार 2000 में विधायक बनीं लेशी सिंह का राजनीतिक सफर चुनौतियों और जीत से भरा रहा है।

उनकी राजनीतिक यात्रा में पहला बड़ा धक्का तब लगा जब विधायक बनने के कुछ महीनों बाद ही उनके पति की हत्या हो गई। लेकिन इस अपार दुःख ने उन्हें पीछे नहीं हटा पाया। विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने अपने हौसले को कायम रखा और बिहार की राजनीति में खुद को सशक्त साबित किया।

राजनीतिक सफर:

  • 2005 में जनता दल यू से जीत और हार का सामना, लेकिन पार्टी के प्रति निष्ठा के चलते उनका कद नहीं घटा।

  • 2007 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिला आयोग की अध्यक्ष मनोनीत।

  • 2010 में धमदाहा से पुनः जीत और 2014 में पहली बार राज्य मंत्रिमंडल में शामिल।

  • 2015, 2020 और 2025 में लगातार जीत दर्ज, जिससे धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से उनका “जीत का छक्का” पूरा हुआ।

सीमांचल की राजनीति में लेशी सिंह पार्टी की सबसे सशक्त महिला नेता के रूप में उभरी हैं। उन्होंने खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इंटर तक की शिक्षा ग्रहण कर चुकी लेशी सिंह ने साबित कर दिया कि विपरीत परिस्थितियों और व्यक्तिगत आघात के बावजूद भी राजनीति में सफलता और नेतृत्व की नई मिसाल कायम की जा सकती है।

Related Articles