Reason of less urination : ज्यादा पानी पीने के बाद भी पेशाब का कम आना, ये एक गंभीर चिंता कारण है। कम मूत्र उत्पादन या ऑलिगुरिया एक तरह की बीमारी है, जिसका इलाज समय पर कराना जरूरी है, नहीं तो ये गंभीर बीमारी में बदल सकता है। यूरिन का रेगुलर पास होना एक नेचुरल प्रोसेस है। एक हेल्दी इंसान रोजाना 500 मिली लीटर यूरिन पास करता है। ये यूरिन वेस्ट प्रोडक्ट है जो दिन भर पिए गए लिक्विड और खाएं गए भोजन के पोषक तत्वों को सोखने के बाद बचता है। अगर कोई भी इंसान दिन भर में इस पैमाने से कम यूरिन पास करता है तो उसे पेशाब कम आना कहते हैं। यूरिन का कम डिस्चार्ज होना इस बात का संकेत है कि बॉडी में टॉक्सिन जमा हो रहे हैं। पानी का कम सेवन करने से कभी-कभी पेशाब कम आ सकता है लेकिन रेगुलर पेशाब का कम आना कई बीमारियों के संकेत हैं

दिन में आदमी को कितनी बार पेशाब करना चाहिए-How many times a day should a person
पेशाब का ज्यादा आना और कम आना दोनों ही परेशानी का सबब हैं। पेशाब का संबंध किडनी की बीमारी से जुड़ा है। अगर कुछ लोगों को रेगुलर पेशाब कम आता है तो उन्हें किडनी की बीमारी हो सकती है। अगर आप दिनभर में 4 से 7 या 6 से 10 बार पेशाब करने जाते हैं तो ये नॉर्मल है। क्योंकि अगर आप 2 लीटर भी पानी पीते हैं तो आपको 2 से 4 बार पेशाब लग सकता है। ये शरीर की ताप, ब्लैडर की साइज, उम्र, डाइट और कई अंगों के फंक्शन पर भी निर्भर करता है। लेकिन अगर आप इससे कम पेशाब करने जाते हैं और ये रेगुलर हो रहा है तो ये इन बातों का संकेत हो सकता है।

कम मात्रा में पेशाब होना किन बातों का संकेत-Reason of less urination?
-शरीर में पानी की कमी
-ब्लैडर का सही से काम न करना
-यूटीआई इंफेक्शन के कारण
-शरीर में कैल्शियम के लेवल का बढ़ना जिससे किडनी का फंक्शन प्रभावित होता है और इससे पेशाब कम बनता है।
-प्रोस्टेट (Prostate problems) से जुड़ी समस्या जिसमें यूरिन फ्लो कम हो जाता है और इसलिए व्यक्ति पेशाब कम करता है।
अंत में किडनी और पेट से जुड़ी बीमारियों के कारण भी ये हो सकता है। इसलिए अगर आप पेशाब के लिए कम जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें और डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही कोशिश करें कि पानी पिएं, पानी से भरपूर फलों को खाएं और शरीर को हमेशा हाइड्रेट रखें ताकि आपको इनमें से कोई भी समस्या न हो।

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