होमवर्क नहीं बना पायी पांचवी की छात्रा तो टीचर ने दी डरावनी सजा… अब स्कूल के नाम से भी कांप जाती है बच्ची, पुलिस ने शुरू की जांच…

When a fifth grade student could not do her homework, the teacher gave her a scary punishment... Now the girl trembles even at the mention of school, the police have started an investigation...

School Student News : स्कूली बच्ची होमवर्क कर नहीं पायी, तो शिक्षिका ने ऐसी सजा दी, कि अब छात्रा स्कूल के नाम पर भी कांप जाती है। डाक्टरों ने मनोचिकित्सक से सलाह लेने को कहा है, जिसके बाद डाक्टरों ने बच्ची को किसी दूसरे स्कूल में दाखिला दिलाने को कहा है। मामला हरियाणा राज्य के गोहाना का है। जहां प्राइवेट स्कूल की प्राचार्य पर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगा है।

 

आरोप है कि पांचवीं कक्षा की एक बच्ची को होमवर्क न करने पर कक्षा में पोछा लगवाया गया और अन्य छात्रों के सामने शर्मिंदा किया गया। परिजनों ने इसे गंभीर मामला बताते हुए पुलिस, प्रशासन और शिक्षा विभाग में शिकायत दर्ज कराई है। जांच शुरू कर दी गई है।परिजनों का कहना है कि 29 अगस्त को बच्ची बुखार के कारण अपना होमवर्क पूरा नहीं कर पाई थी। आरोप है कि इस पर स्कूल प्राचार्य ने बच्ची को कक्षा में बुलाकर उसके हाथ में पोछा थमा दिया और पूरी कक्षा के सामने सफाई करवाने का निर्देश दिया।

 

इतना ही नहीं, बच्ची को अन्य बच्चों के सामने खड़ा कर “शेम-शेम” बुलवाया गया, जिससे वह मानसिक रूप से आहत हो गई।बच्ची की मां ने बताया कि इस घटना के बाद से उसकी बेटी स्कूल जाने से डर रही है और मानसिक सदमे में है। परिजनों ने बच्ची को चिकित्सक को दिखाया, जहां डॉक्टर ने सलाह दी कि बच्ची को फिलहाल स्कूल बदल दिया जाए ताकि उसका आत्मविश्वास दोबारा लौट सके।

 

महिला ने कहा कि उसने स्कूल निदेशक को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद शुक्रवार को उसने पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को औपचारिक शिकायत सौंपी। शिकायत की प्रतियां सीएम और केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भी भेजी गई हैं।बरोदा थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में लिया गया है और इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

 

उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, उपायुक्त के निर्देश पर शिक्षा विभाग की टीम को भी मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। टीम जल्द ही स्कूल का दौरा कर पूरी घटना की रिपोर्ट तैयार करेगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो यह बेहद गंभीर मामला है और स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। क्षेत्र के अभिभावक संगठन ने भी प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएं ताकि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े और शिक्षा का माहौल सुरक्षित बना रहे।

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