झारखंड: स्वास्थ्यमंत्री इरफान अंसारी की मुश्किलें बढ़ायेंगे होमगार्ड, एक साथ मोर्च खोलने की तैयारी, जानिये किस फरमान से हैं नाराज
Jharkhand: Home Guards will increase the problems of Health Minister Irfan Ansari, preparing to open a joint front, find out which order they are angry with.

Jharkhand News : स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी की मुश्किलें होमगार्ड बढ़ाने वाले हैं। नाराज होमगार्डों ने छठ पूजा के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के खिलाफ प्रदर्शन करने की तैयारी कर ली हैं। जवानों का आरोप है कि सरकारी अस्पतालों में उनकी जगह निजी सुरक्षा गार्डों को तैनात किया जा रहा है, जबकि प्रशिक्षित होमगार्ड जवान बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के खिलाफ राज्यभर के होमगार्ड जवानों का बड़ा आंदोलन देखने को मिल सकता है। झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन ने मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। एसोसिएशन का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा का कार्य निजी एजेंसियों को सौंपा जा रहा है, जिससे हजारों होमगार्ड जवानों की ड्यूटी पर संकट खड़ा हो गया है।
बताया जा रहा है कि झारखंड में पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित होमगार्ड जवान हैं, फिर भी रिम्स रांची समेत कई प्रमुख सरकारी अस्पतालों में निजी गार्डों को लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह निर्णय न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि राज्य सरकार के पूर्व आदेशों के भी खिलाफ है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने स्वयं 2021 के आंदोलन के दौरान आश्वासन दिया था कि सभी होमगार्ड जवानों को ड्यूटी दी जाएगी। अब वही मंत्री जवानों को ड्यूटी से हटा रहे हैं।”
तिवारी ने आगे कहा कि वर्ष 2021 में जब होमगार्ड जवानों ने 35 दिनों तक आंदोलन किया था, तब सरकार ने एक अहम फैसला लिया था। उस निर्णय के अनुसार, राज्य सरकार के सभी विभागों और संस्थानों में सुरक्षा के लिए केवल होमगार्ड जवानों की सेवाएं ली जाएंगी। आंदोलन के बाद रिम्स समेत कई सरकारी अस्पतालों में होमगार्डों को सुरक्षा के कार्य में तैनात किया गया था।
हालांकि अब स्वास्थ्य मंत्री के स्तर पर उस नीति को बदलने की कोशिश की जा रही है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रवि मुखर्जी ने कहा कि, “सरकार के इस फैसले से हजारों होमगार्ड जवानों की आजीविका पर खतरा मंडरा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री को यह समझना चाहिए कि निजी गार्डों की तुलना में होमगार्ड अधिक अनुशासित और जिम्मेदार हैं।”
संगठन इस मुद्दे पर सरकार से बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन यदि मंत्री के रवैये में बदलाव नहीं होता, तो छठ पूजा के बाद राज्यव्यापी प्रदर्शन की तिथि घोषित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ धनबाद या रांची में ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड के सभी जिलों में एकसाथ होगा।