“हज यात्रा में झारखंड सरकार की ऐतिहासिक पहल, मंत्री इरफान अंसारी बोले – हाजियों की सेवा मेरा फर्ज और सौभाग्य” हज यात्रियों की संख्या में गिरावट के लिए केंद्र की नीति को बताया जिम्मेदार
"Historic initiative of Jharkhand government in Haj pilgrimage, Minister Irfan Ansari said - Serving the pilgrims is my duty and good fortune" Central government's policy was held responsible for the fall in the number of Haj pilgrims

रांची/कोलकाता। झारखंड के 640 आज़मीन-ए-हज का पहला जत्था 26 मई को कोलकाता एयरपोर्ट से मदीना के लिए रवाना होगा। इस ऐतिहासिक पल पर झारखंड सरकार और हज कमेटी की सेवा भावना और समर्पण ने एक बार फिर मिसाल कायम की है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और झारखंड हज कमेटी के अध्यक्ष डॉ. इरफान अंसारी ने हज हाउस कोलकाता पहुंचकर सभी हाजियों से मुलाकात की, उन्हें जरूरी दस्तावेज, मेडिकल किट और हिदायतें सौंपीं।
मंत्री अंसारी ने भावुक होकर कहा, “हाजियों की सेवा करना मेरा फर्ज ही नहीं, सौभाग्य भी है। मक्का शरीफ की यात्रा हर किसी को नसीब नहीं होती। अल्लाह से दुआ है कि सबको यह मुक़ाम मिले। हाजियों को सही-सलामत भेजना और वापस लाना मेरी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रभारी के. राजू के निर्देशानुसार पूरी तत्परता से हाजियों की सेवा में जुटी है। “हाजियों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो, इसके लिए मैं पिछले तीन दिनों से कोलकाता में कैंप कर रहा हूं और सभी व्यवस्थाओं की स्वयं निगरानी कर रहा हूं।”
इस अवसर पर उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी विशेष आभार जताया और कहा, “हर वर्ष की तरह इस बार भी बंगाल सरकार ने हाजियों के लिए बेहतरीन इंतज़ाम किए हैं। दोनों राज्यों के समन्वय ने इस सेवा को सफल बनाया है।”
हालांकि उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल भी उठाया और कहा कि “हज यात्रियों की संख्या में गिरावट केंद्र की नीतियों की वजह से आई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। हज जैसी पवित्र धार्मिक यात्रा में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए।”
मंत्री ने सभी हाजियों से देश के अमन, भाईचारे, झारखंड की तरक्की और सलामती के लिए दुआ करने की अपील की। इस दौरान प्रवासी सेवकों, प्रशासनिक अधिकारियों और वालंटियरों की टीम को भी उन्होंने सराहते हुए कहा, “आप सभी की निःस्वार्थ सेवा और सहयोग से ही यह व्यवस्था सफल हो सकी है। अल्लाह सब पर रहमत करें।”