हेमलाल मुर्मू ने झामुमो की बचाई लाज: 44 वर्षों से JMM के अभेद्य किले पर फिर गाड़ा झंडा, अब तक किसी ने भी….

पाकुड़। राज्य के पाकुड़ जिला में लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक खेल में खूब सुर्खियां बटोरी। लिट्टीपाड़ा में 44 वर्षों से जहां JMM ने हार का मुंह नहीं देखा है वहां इस बार उसके जीत में कई अवरोध पैदा हो गए थे। सबसे ज्यादा परेशानी उनके ही पार्टी के पूर्व विधायक दिनेश मरांडी थे जो पार्टी के प्रत्याशी हेमलाल मुर्मू के मुख्य विरोधी की भूमिका में थे।
JMM पार्टी की तरफ से इस बार साइमन मरांडी के परिवार के सदस्य का टिकट काट दिया था। मालूम हो कि पिछले 39 वर्षों से साइमन मरांडी के परिवार ने JMM का प्रतिनिधित्व किया है। कभी स्वयं तो कभी पत्नी तो कभी पुत्र। मतलब साफ है कि एक ही परिवार के इर्द गिर्द क्षेत्र की कमान थी।
JMM के पार्टी नेतृत्व ने इस बार के चुनाव में संथाल के पुराने दिग्गज माने जाने वाले नेता हेमलाल मुर्मू को मैदान में उतारा थी।जिसके बाद पार्टी के पूर्व विधायक दिनेश मरांडी बागी ही गए और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया। ये बात अलग है कि वोटिंग से 4 दिन पहले वो बीजेपी में मिल गए।
बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में पार्टी ने बाबूधन मुर्मू को टिकट दिया था। JMM के कद्दावर नेता हेमलाल मुर्मू को हराने के लिए दिनेश मरांडी और बाबुधन मुर्मू एक मंच परा आए थे। इन्हीं कारणों से लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र दिलचस्प बन गया था। चुनाव नतीजे में हेमलाल मुर्मू ने जीत दर्ज की और jmm के अभेद्य किले की लाज बचाने में सफल हुए।
हेमलाल मुर्मू को यहां से 88469 मत मिले और बीजेपी उम्मीदवार को 26749 से हराया। विरोधी हेमलाल मुर्मू को बाहरी बता कर वोटर को लुभाने की खूब कोशिश की थी परंतु हेमलाल की जीत के साथ इन सारे विषय पर विराम लग गया है।