रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाये जाने की अटकलों के बीच आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है। राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन ने बुधवार को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के हालिया समन और सोमवार को झामुमो के एक विधायक सरफराज अहमद के अचानक इस्तीफे के बाद ये अटकलें तेज हो गई हैं। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पत्नी के विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना सिर्फ भाजपा की कल्पना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा झूठा विमर्श पेश कर रही है कि वह राज्य की सत्ता अपनी पत्नी को सौंप देंगे।

हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन अटकलों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने पीटीआई को दिये अपने इंटरव्यू में कहा है कि… बीजेपी दुष्प्रचार में लगी है, “मेरी पत्नी के विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना बीजेपी की कल्पना है. बीजेपी झूठी कहानी गढ़ रही है कि मैं सत्ता अपनी पत्नी को सौंप दूंगा.”

इधर, भाजपा ने आरोप लगाया है कि अहमद से इस्तीफा दिलवाया गया है ताकि सोरेन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की स्थिति में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन उनकी सीट गांडेय से चुनाव लड़ सकें। झारखंड मुक्ति मोर्चा महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने गठबंधन दलों के मंत्रियों और विधायकों को लिखे गए पत्र में कहा, ‘‘तीन जनवरी को शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री आवास पर गठबंधन सहयोगियों के विधायकों की बैठक बुलाई गई है। कृपया बैठक में समय पर भागीदारी सुनिश्चित करें। राज्य के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम पर झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को कहा कि मेरी जानकारी में कुछ भी नहीं आया है, सब कुछ कागज पर ही है, देखते हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को ही अपने पिता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के अध्यक्ष शिबू सोरेन से उनके सरकारी आवास जाकर मुलाक़ात की। वे करीब 20 मिनट तक उनके साथ रहे. इस दौरान उनकी माँ रूपी सोरेन भी कुछ देर तक बातचीत में शामिल रहीं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मुलाक़ात को नए वर्ष की औपचारिकता बताया है, लेकिन चर्चा है कि उन्होंने बदलती राजनीतिक परिस्थितियों पर बातचीत की है।

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