हेमंत बोले हमने पूछा ईडी से – ये कार्रवाई सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों? ये मामला क्या सिर्फ दो साल का? वो बोले नही, हमने कहा – फिर दूध का दूध और पानी का पानी कीजिए

रांची : हेमंत सोरेन शुक्रवार के मुख्यमंत्री आवास के पास राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे जेएमएम कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। हेमंत सोरेन ने कार्यकर्ताओं के समर्थन के लिए उनका आभार जताया। हेमंत सोरेन जब पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुए तो वे पूरे रोब में दिखे। उन्होंने कहा कि ईडी की करवाई अगर एकतरफा होगी तो हम उसके विरोध की ताकत रखते हैं।
आइए जानते है क्या कुछ बोले सीएम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस मामले में हमसे पूछताछ की जा रही है, उसमें अनेक मुख्यमंत्री कार्यकाल के पहले की भी जांच हो। एजेंसी दूध का दूध और पानी का पानी सामने लाए तो कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि एजेंसियों की छापेमारी और कार्रवाई सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों हो रही है ? क्या भाजपा शासित राज्य दूध के धुले हैं ? सोरेन ने कहा कि भाजपा अपने पापों का ठीकरा वर्तमान सरकार पर फोड़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन उनके षड्यंत्र को नाकाम कर देंगे।
आपको बता दें कि झारखंड के साहिबगंज जिले में 1000 करोड़ के खनन घोटाले में गुरुवार को ईडी की ओर से लगभग 9 घंटे तक हुई पूछताछ के बाद सीएम हेमंत सोरेन शुक्रवार को कार्यकर्ताओं के समक्ष आए और समर्थन के लिए उनका आभार जताया।
सीएम ने कहा कि कल मैं जांच एजेंसी के पास गया था उन्होंने 8 घंटे तक सवाल जवाब किया। हमने पूछा यह दो साल में यह घोटाला हो सकता है क्या । उन्होंने का हमने दो साल नहीं कहा। हमने उनसे कहा कि अगर आप ईमानदारी से काम करोगे तो सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा। एक तरफा कार्य करेंगे तो विरोध करने की ताकत रखते हैं। हमें जांच एजेंसी से परहेज नहीं है ,लेकिन उन्हें यह जवाब देना चाहिए कि भाजपा शासित राज्य को छोड़कर कार्रवाई क्यों की जाती है।
सीएम ने कहा कि हमारे मूलवासी आदिवासियों को विपक्ष भड़काने का काम कर रहा है। लेकिन मैं उनको बता दूं कि उनका षड्यंत्र सवा तीन करोड़ लोगों ने पहचान लिया है। सरकार की लोकप्रियता जैसे-जैसे बढ़ रही है, भाजपा वालों के पेट में दर्द हो रहा है। सरकार पंचायत स्तर पर विकास के कामों को पहुंचा रही है। ग्रामीणों की समस्या का समाधान कर रही है। संघर्ष करना हम गरीबों के लिए सदियों का इतिहास रहा है। दिशोम ओम गुरु शिबू सोरेन को भी इन लोगों ने परेशान किया लेकिन क्या हुआ। आज शिबू सोरेन के ऊपर कोई भी दाग नहीं लगा।