कोई मदद करो….इससे पहले देर हो जाए….अपने ही घर में हैरेसमेंट का शिकार हुईं तनुश्री दत्ता….रोते हुए लगाई गुहार….

मुंबई। #MeToo आंदोलन की आवाज़ बनीं अभिनेत्री तनुश्री दत्ता एक बार फिर मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न की शिकार होने का दावा कर रही हैं। एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर फूट-फूटकर रोते हुए वीडियो साझा किया है और कहा है कि उन्हें उनके ही घर में परेशान किया जा रहा है। उन्होंने भावुक अपील की—”इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, कोई मेरी मदद करे।”
वीडियो में तनुश्री की दर्द भरी पुकार
तनुश्री ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए बताया कि उन्हें लगातार मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा:
“मुझे मेरे ही घर में परेशान किया जा रहा है। मैं थक चुकी हूं, पुलिस को भी कॉल किया, लेकिन उन्होंने कहा थाने आओ।”
तनुश्री ने साफ तौर पर कहा कि यह सब कुछ 2018 में नाना पाटेकर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद से हो रहा है।
तनुश्री ने क्या कहा – मुख्य बातें:
“2018 से लगातार मुझे टारगेट किया जा रहा है।”
“बिल्डिंग की छत पर और दरवाजे के पास रहस्यमयी तेज़ आवाजें आती हैं।”
“मैं अब हेडफोन लगाकर मंत्र सुनती हूं ताकि मानसिक तनाव से राहत मिले।”
“लगातार टॉर्चर से मुझे क्रोनिक थकान सिंड्रोम हो गया है।”
“मैं FIR करूंगी और उसमें कई बड़े खुलासे करूंगी।”
#MeToo की पहली चिंगारी बनी थीं तनुश्री
2008 में फिल्म हॉर्न ओके प्लीज के सेट पर अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली तनुश्री ने 2018 में भारत में #MeToo आंदोलन की शुरुआत की थी। उनकी हिम्मत के बाद कई महिलाएं सामने आई थीं और बड़े नामों के खिलाफ आवाज़ उठाई थी।
अब सवाल उठते हैं:
क्या तनुश्री को वाकई सिस्टमैटिकली परेशान किया जा रहा है?
क्या ये #MeToo के बाद सामने आए ‘अनदेखे रिएक्शन’ हैं?
और अगर एक महिला, जो आंदोलन की प्रतीक बन चुकी है, अपने ही घर में सुरक्षित नहीं, तो आम महिलाओं का क्या?
समाज और सिस्टम से सवाल
तनुश्री की इस अपील ने सिस्टम की संवेदनशीलता और सामाजिक जागरूकता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या ऐसे मामलों में सिर्फ शिकायत दर्ज करने की सलाह काफी है? या किसी सेलिब्रिटी को भी प्रोटेक्शन की जरूरत होती है?