हेलीपैड बहा, सेना कैंप तबाह, कई जवान लापता, 200 लोग थे मौके पर… उत्तरकाशी में बादल फटने से मचा हाहाकार….

 उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही, सेना का कैंप चपेट में, कई जवान लापता, 50 से अधिक लोग गायब

उत्तरकाशी (उत्तराखंड):उत्तराखंड में एक बार फिर कुदरत ने कहर बरपाया है। मंगलवार दोपहर करीब 1:45 बजे, उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने की भयावह घटना ने इलाके को हिला कर रख दिया। ये तबाही हरसिल से मात्र 4 किलोमीटर दूर हुई, जहां सेना का कैंप भी स्थित है।

इस प्राकृतिक आपदा में अब तक:

  • 4 लोगों की मौत की पुष्टि

  • 50 से ज्यादा लोग लापता

  • सेना के कई जवानों के लापता होने की आशंका

  • गंगोत्री धाम से सड़क संपर्क पूरी तरह टूटा

 हेलीकॉप्टर राहत कार्य रुका, हेलीपैड भी बह गया

हर्षिल में नदी किनारे बना हेलीपैड पूरी तरह बह गया है, जिससे हेलीकॉप्टर से राहत और बचाव कार्य अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। लगातार हो रही भारी बारिश और मलबे की वजह से हेलिकॉप्टरों की लैंडिंग असंभव हो गई है।

 सेना कैंप भी तबाही की चपेट में

बादल फटने का प्रभाव इतना भयानक था कि पास के सेना कैंप तक भी मलबा और पानी पहुंच गया। यह कैंप तेलगाट (हर्षिल) में स्थित है, जहां 14 राजरिफ यूनिट की तैनाती है। यहां पर आर्मी मेस और कैफे भी स्थित हैं। बताया जा रहा है कि कई जवान लापता हैं

 चश्मदीद बोले: “होटलों से लेकर मंदिर तक सब बह गया”

धराली में मौजूद एक स्थानीय निवासी ने इंडिया टुडे टीवी को बताया:

“मैंने ज़िंदगी में ऐसी तबाही कभी नहीं देखी। होटल, दुकानें, मंदिर… कुछ नहीं बचा।”

 गंगोत्री धाम का संपर्क कटा, धराली में थे 200 से ज्यादा लोग

हादसे के वक्त धराली में स्थानीय निवासी और यात्री मिलाकर करीब 200 लोग मौजूद थे। नेतला के पास लैंडस्लाइड के कारण सड़क भी बंद हो गई है, जिससे राहत दलों को पहुंचने में भारी दिक्कत हो रही है।

 आपदा की प्रमुख बातें (संक्षेप में):

  • बादल फटा: हरी शिला पर्वत, सात ताल क्षेत्र

  • गंगोत्री धाम का सड़क संपर्क पूरी तरह टूटा

  • सेना का कैंप, आर्मी मेस, कैफे प्रभावित

  • हेलीपैड बह गया, हेलीकॉप्टर रेस्क्यू रुका

  • भारी मलबा और जलभराव से इलाका जलमग्न

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, SDRF और ITBP मौके पर

राज्य सरकार और सेना की SDRF, ITBP और स्थानीय प्रशासन की टीमें बचाव में जुटी हैं। मौसम की चुनौती के बावजूद हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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