झारखंड में स्वास्थ्य सेवा होगी बेहतर, गैर अनुसूचित जिलों में खुलेंगे 50 बेड के कल्याण अस्पताल, प्रस्ताव हो रहा तैयार
Health care will be better in Jharkhand, 50 bed welfare hospital will be opened in non-scheduled districts, proposal is being prepared.
Jharkhand News: झारखंड में स्वास्थ्य विभाग की सेवा दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गयी है। अब कल्याण विभाग गैर अनुसूचित जिलों में अस्पताल खोलने जा रहा है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश इन अस्पतालों में हर तरह की जांच और सर्जरी की भी व्यवस्था होगी। कल्याण विभाग की तरफ से इसे लेकर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
दरअसल गैर अनुसूचित क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए अस्पताल खोलने का आग्रह किया था, जिसके बाद अब उनके आग्रह पर प्रस्ताव बनाया जा रहा है। दूरदराज के इलाकों के वंचित गरीबों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वाले ये अस्पताल 50 बेड के हैं। कल्याण विभाग संथाल परगना में कुल 18 पहाड़िया हेल्थ सेंटर भी चलाता है। यहां एलोपैथिक इलाज होता है।
आपको बता दें कि जिन जिलों में अस्पताल खुलेंगे, उनमें गैर अनुसूचित जिलों में पलामू, गढ़वा, हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, चतरा, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, देवघर एवं गोड्डा हैं। अब तक इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के ही अस्पताल हैं। वहीं अन्य अनुसूचित जिलों की बात करें तो 13 जिलों में स्वास्थ्य विभाग के अलावा कल्याण विभाग के भी अस्पताल है। उन जिलों में 18 पहाड़िया अस्पताल, 16 कल्याण अस्पताल और 35 आयुर्वेदिक अस्पताल चलते हैं।
अनुसूचित जिलों में अस्पताल खोलने की स्वीकृति के बाद विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। जनजातीय जिलों में चल रहे अस्पतालों की तरह यह अस्पताल भी PPP मॉडल पर संचालित होंगे। इन कल्याण अस्पतालों को सालाना 2 करोड़ रुपए भुगतान होगा। पिछली सरकार में समीक्षा के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कल्याण विभाग के सभी अस्पतालों को हेल्थ विभाग को देने को कहा था। लेकिन बाद में इस पर सहमति नहीं बन पाई थी।