धनबाद प्रमुख सचिव अरुण कुमार सिंह गुरुवार को धनबाद पहुंचे थे। सदर अस्पताल, जिला संयुक्त औषधालय, एसएनएमएमसीएच, पीजी ब्लॉक, कैथलैब, निर्माणाधीन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व पारा मेडिकल स्कूल का निरीक्षण किया। व्यवस्था देख सिविल सर्जन को कड़ी फटकार लगाई। प्रधान सचिव द्वारा सदर अस्पताल का मैप मांगने पर वहां मौजूद अधिकारी मैप नहीं दे पाए। वहीं एसएनएमएमसीएच अस्पताल के वार्ड में गंदगी और अव्यवस्था देखने पर खुद तस्वीरें मोबाइल में कैद की। जांच के क्रम में सिविल सर्जन और एसएनएमएमसीएच अधीक्षक को कार्रवाई की चेतावनी दी।

सूचना के बगैर गायब है प्रिंसिपल

सचिव को सूचित किए बगैर अवकाश पर गए मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को वेतन रोकने का आदेश दिया। डीपीएम गौतम कुमार सिंह और डीएएम सुबोध मंडल को हटाने को कहा। भवन निर्माण विभाग के जेई अजीत कुमार व एसएनएमएमसीएच में काम कर रहे सफाई एजेंसी कमांडो सिक्योरिटी को शो कॉज किया।

पूर्व में भी DPM और DAM पर ऊंठी है अंगुली

पूर्व में भी जिला कार्यक्रम प्रबंधक और जिला लेखा प्रबंधक के कामकाज पर उंगली उठती रही है। आरोप है सरकार के द्वारा निर्देशित कार्यक्रम का सुचारू रूप से अनुपालन नहीं करने का। कोरोना काल में भी पैसों का समुचित तरीके से उपयोग नहीं करने का भी आरोप है। धनबाद जिले के कोरोना काल में कार्य कर रहे भी VLE का मानदेय काफी अधिक बकाया है। अनुबंध पर काम कर रहे कर्मचारियों के मानदेय बढ़ोतरी का मामले में भी पूर्व सिविल सर्जन के आदेश के बावजूद रोक लगाने, संबंधित अन्य कई गंभीर आरोप की गूंज मुख्यालय तक पहुंच गई थी।

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