झारखंड- वेंटिलेटर पर मृत नवजात! अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला, स्वास्थ्य मंत्री बोले– दोषी बख्शे नहीं जाएंगे

Jharkhand- Newborn dead on ventilator! An incident that shames humanity in the hospital, Health Minister said- the culprits will not be spared

रांची। अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि उनके नवजात की मृत्यु के बाद भी तीन दिनों तक उसे वेंटिलेटर पर रखा गया और इलाज के नाम पर उन्हें गुमराह किया गया। मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। नवजात के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अरगोड़ा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

 

स्वास्थ्य मंत्री की सख्त चेतावनी

इधर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इस प्रकरण पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यदि जांच में आरोप सही पाए गए तो संबंधित निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और मानवता के खिलाफ अपराध जैसा है।

डॉ. अंसारी ने यह भी कहा कि किसी भी अस्पताल में मरीज से मिलने का समय तय होता है। यदि परिजनों को मिलने नहीं दिया गया तो उन्हें पहले ही स्वास्थ्य विभाग या मंत्री कार्यालय से शिकायत करनी चाहिए थी। बावजूद इसके, अब जब मामला सामने आया है, तो रांची के सिविल सर्जन से जांच रिपोर्ट मंगाई जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

 

डीसी ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश

रांची के डीसी ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन ने एक तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जिसमें कार्यपालक दंडाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी और एक विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं। यह समिति नवजात की मौत और उसे वेंटिलेटर पर रखे जाने की सत्यता की जांच करेगी।

 

क्या है पूरा मामला

दो दिन पूर्व अरगोड़ा चौक स्थित निजी अस्पताल में एक नवजात की मौत हो गई थी। बच्चे के पिता मुकेश सिंह ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें मृत शिशु को तीन दिनों तक वेंटिलेटर पर रखे जाने की झूठी जानकारी दी और इलाज के नाम पर पैसे भी वसूले। गुरुवार की देर शाम नवजात के शव का पोस्टमार्टम भी कराया गया है।

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