रांची : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की अध्यक्षता में शनिवार को विकास आयुक्त कार्यालय में IMA और झासा के प्रतिनिधिमंडल के साथ त्रिपक्षीय समीक्षात्मक बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि सरकारी डॉक्टर अपनी ड्यूटी के बाद प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकते हैं। लेकिन वह भी केवल उन हॉस्पिटलों में जिसका टाईअप आयुष्मान के तहत होगा। इसके लिए झारखंड सरकार, स्वास्थ्य शिक्षा चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग के पत्रांक 666 (3) दिनांक 15.07.2016 में वर्णित प्राइवेट प्रैक्टिस की शर्तो का दिशानिर्देश के पॉइंट नंबर 5 और 6 हटाए गए। जिसमें सरकारी डॉक्टरों की ड्यूटी अवधि के अतिरिक्त प्राइवेट प्रैक्टिस पर लगी रोक हटा दी गई।

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा

आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जुड़े हॉस्पिटल में सरकारी डॉक्टर कुछ शर्तों के साथ अधिकतम 4 प्राइवेट हॉस्पिटल में अपनी सेवा दे सकते हैं। वही 3 महीने के पहले वे हॉस्पिटल बदलने का निर्णय नहीं ले सकते हैं। लेकिन विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि डॉक्टर ने सेवा अपनी ड्यूटी के बाद भी दी है या नहीं । साथ ही यह भी मॉनिटरिंग की जाएगी कि डॉक्टर सरकारी हॉस्पिटल में आयुष्मान संबंधित कार्य ईमानदारी से करते हैं या नहीं ।

आईएमए ने जताया आभार

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) एवं झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ(JHASA) ने स्वास्थ्य मंत्री महोदय को इस त्रिपक्षीय समीक्षा बैठक के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही अपर मुख्य सचिव के डॉक्टरों के प्रति सकारात्मक सोच एवं लिए गए निर्णय के लिए आभार व्यक्त किया।

ये भी निर्णय लिए गए

21 विशेषज्ञ नेत्र डॉक्टर को प्रपत्र ‘ क’ आरोप से संबंधित कारण बताओ नोटिस का इस संबंध में निष्कर्ष निकाला कि जांच चल रही है। और जो दोषी नहीं पाए जाएंगे उन्हे इसे मुक्त कर दिया जाएगा। झारखंड राज्य की भौगोलिक और यहां की जनता की आर्थिक स्थिति को देखते हुए क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में बदलाव की जरूरत है। विभाग प्रयास करेगा कि हरियाणा की तर्ज में 50 बेड से कम बेड वाले हॉस्पिटलों को राहत दी जाए।

मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट का प्रारूप विभाग द्वारा तैयार कर लिया गया है। जिसमें मरीजों एवं डॉ दोनों का ख्याल रखा गया है। इसे जल्द ही IMA और झासा से शेयर किया जाएगा। आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना संबंधित हॉस्पिटल के पेमेंट पर अध्यक्ष आईएमए को निर्देश दिया गया कि ऐसे हॉस्पिटल को चिन्हित करें जिन का बकाया है। इसकी लिस्ट ईडी के साथ बात करें। इसके बाद बकाया राशि रिलीज कर दी जाएगी।

ये रहे मौजूद

मीटिंग में आईएमए के प्रदेश डॉ अरुण कुमार सिंह, सचिव श्री प्रदीप सिंह, झासा के प्रांतीय सचिव डॉक्टर विमलेश सिंह, आईएमए रांची के अध्यक्ष शंभू प्रसाद सिंह, हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आरएस दास, झासा के राज्य संयोजक डॉक्टर ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह, उपाध्यक्ष दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल डॉक्टर पीपी शाह, आईएमए स्टेट मेडिकल एकेडमिक के चेयरमैन डॉक्टर अबीर चक्रवर्ती उपस्थित थे।

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