Guru Pushya Yog 2023: 25 मई की तारीख बेहद खास है। इस दिन दुर्लभ गुरु पुष्य योग बन रहा है। ज्योतिष के अनुसार ये दुर्लभ इसलिए है, क्योंकि मई के बाद ऐसा योग फिर दिसंबर में आएगा। 25 मई को गुरु पुष्य योग समेत 5 शुभ योग बन रहे है। ये लोगों के जीवन में समृद्धि, शांति और बेहतर संबंध को बढ़ाता है। ज्योतिष के मुताबिक उस दिन वृद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग भी बन रहे हैं। 25 मई को आप जो भी शुभ कार्य करेंगे, उसमें कई गुना वृद्धि होगी। इस दिन आप विवाह को छोड़कर बाकी सभी मांगलिक कार्य कर सकते हैं।

ज्योतिष के अनुसार, जब गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र होता है, तब यह दुर्लभ गुरु पुष्य योग बनता है. गुरु पुष्य योग को गुरु पुष्य नक्षत्र योग भी कहते हैं. यह बड़ा शुभ फलदायी होता है. पूरे वर्ष यदि आपको कोई दिन शुभ कार्य के लिए नहीं मिल रहा हो तो गुरु पुष्य योग वाले दिन वह कार्य कर सकते हैं.

गुरू पुष्य योग एक बहुत ही विशिष्ट और महत्वपूर्ण योग माना जाता है। इस योग के समय किए गए कार्यों में सफलता एवं शुभता की संभावना में वृद्धि होती है। इसके साथ ही व्यक्ति को सकारात्मक फलों की प्राप्ति होती है। पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों में श्रेष्ठ माना जाता है। वहीं पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों में राजा की उपाधि दी गई है। इस नक्षत्र में प्रारंभ किए गए कार्यों का फल बहुत उत्तम प्राप्त होता है। पुष्य नक्षत्र स्थायी होता है अत: इसके समय किए गए कार्यों में स्थायित्व का भाव मौजूद होता है।

इस नक्षत्र में सभी प्रकार के मांगलिक व शुभ कार्य किए जा सकते हैं। यदि कोई धार्मिक अनुष्ठान करना चाहें तो वह भी इस संयोग में किया जा सकता है। इनके अलावा खरीदारी के लिए भी इसे शुभ समयकाल माना गया है। अगर आप सोना, चांदी, ज्वैलरी, प्रॉपर्टी, नया वाहन आदि खरीदना चाहते हैं तो इस दिन खरीद सकते हैं। इसी प्रकार इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, गैजेट्स, फर्नीचर, नए वस्त्र आदि भी खरीद सकते हैं। इस योग में गृह प्रवेश के साथ-साथ नया कार्यारंभ का भी मुहूर्त सौभाग्यकारक माना गया है।

कब से कब तक है गुरु पुष्य योग
25 मई को गुरु पुष्य योग सूर्योदय के समय से लेकर शाम 05 बजकर 54 मिनट तक है. इस दिन शाम को 05:54 बजे के बाद से अश्लेषा नक्षत्र प्रारंभ है. ऐसे में 25 मई को सुबह से लेकर शाम 05:54 बजे तक शुभ वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं. कोई मांगलिक कार्य कर सकते हैं.

गुरु पुष्य समेत 5 शुभ योग
25 मई को गुरु पुष्य योग समेत 5 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है. इसके कारण यह दिन और भी शुभ और कल्याणकारी हो जाता है. इस दिन वृद्धि योग सुबह से लेकर शाम 06 बजकर 08 मिनट तक है. गुरु पुष्य योग सुबह 05 बजकर 26 मिनट से शाम 05 बजकर 54 मिनट तक है.

गुरु पुष्य योग पूजा विधि
ज्योतिष विद्वान बताते हैं कि गुरू पुष्प योग के दिन पीले रंग का वस्त्र जरूर धारण करें। साथ ही हो सके तो नहाते समय पानी में एक चुटकी हल्दी जरूर मिला लें। स्नान-ध्यान के बाद विधिवत देवी-देवताओं की उपासना करें और दीप प्रज्वलित करें। जो लोग गुरुवार का व्रत रखते हैं, वह इस दौरान व्रत का संकल्प लें। फिर प्रदोष काल में घी का दीपक जलाएं और कनक धारा यंत्र की विधि-विधान से पूजा करें। इस दौरान पीला फूल, हल्दी, धूप-दीप इत्यादि अर्पित करें। अंत में कनक धारा स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।

गुरु पुष्य योग के नियम
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि गुरु पुष्य योग के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है। इस दिन को पूजा-पाठ अथवा कोई नया काम शुरू करने के लिए इस दिन को शुभ माना जाता है। लेकिन इस योग की अवधि में विवाह न करें। इसका प्रभाव पूरे वंश पर पड़ता है।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...