Goa-Lucknow Flight Turbulence: हवा में मचा तांडव, यात्रियों में मची अफरा-तफरी, DGCA से जांच की मांग

लखनऊ। Goa-Lucknow Flight Turbulence: गोवा से लखनऊ आ रही एक फ्लाइट में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद विमान ने जबरदस्त टर्बुलेंस (हवा में झटके) का सामना किया। फ्लाइट में मौजूद यात्रियों ने बताया कि हवा में जोरदार झटकों से पूरा विमान हिलने लगा, जिससे फ्लाइट के अंदर दहशत का माहौल बन गया। लोग डर के मारे चीखने-चिल्लाने लगे और कई यात्री रोने लगे।
फ्लाइट में कुल 172 यात्री सवार थे, जिनमें बुजुर्गों से लेकर छोटे बच्चे तक शामिल थे। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें फ्लाइट के अंदर की अफरा-तफरी साफ देखी जा सकती है। एक महिला यात्री और पत्रकार अलहमरा खान ने अपने मोबाइल से घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें यात्री एक-दूसरे को संभालते दिख रहे हैं।
यात्रियों ने बताया डरावना मंजर(Goa-Lucknow Flight Turbulence)
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना उड़ान भरने के करीब 20 मिनट बाद हुई। विमान अचानक झटकों से बुरी तरह हिलने लगा। कुछ यात्रियों को ऐसा लगा मानो प्लेन अब क्रैश होने वाला है। एक यात्री ने बताया, “हमने जिंदगी में इतना डर कभी महसूस नहीं किया था।”
एयरलाइन और क्रू पर उठे सवाल(Goa-Lucknow Flight Turbulence)
यात्रियों ने एयरलाइन की तैयारी और क्रू के व्यवहार पर भी सवाल खड़े किए हैं। यात्रियों का आरोप है कि केबिन क्रू खुद घबराया हुआ था और यात्रियों को सही निर्देश नहीं दे पा रहा था। यात्रियों को सिर्फ सीट बेल्ट बांधने और सिर नीचे रखने को कहा गया, लेकिन कोई उचित आश्वासन नहीं मिला। अब तक एयरलाइन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे यात्रियों की चिंता और बढ़ गई है।
DGCA और PMO को टैग कर शिकायत(Goa-Lucknow Flight Turbulence)
घटना के बाद एक यात्री ने ट्विटर पर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को टैग कर मामले की शिकायत की। ट्वीट में लिखा गया, “यह उड़ान यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ थी, इसकी तत्काल जांच होनी चाहिए।”
क्या थी वजह? क्या जिम्मेदार है एयरलाइन?(Goa-Lucknow Flight Turbulence)
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, जून महीने में दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता के कारण हवा में अस्थिरता अधिक रहती है, जिससे इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं। हालांकि जानकारों का कहना है कि ऐसी परिस्थितियों में एयरलाइंस को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए थी।
अब सवाल ये उठता है:
क्या मौसम की जानकारी लेकर उड़ान भरी गई थी?
क्या पायलट को संभावित टर्बुलेंस की जानकारी थी?
क्या फ्लाइट टेक ऑफ से पहले तकनीकी जांच की गई थी?
अहमदाबाद हादसे की दिला दी याद
यह घटना कुछ महीने पहले अहमदाबाद फ्लाइट हादसे की याद दिलाती है, जब हवा में तेज़ टर्बुलेंस के चलते कई यात्री घायल हो गए थे। उस मामले में DGCA ने तत्काल जांच शुरू कर दी थी।
इस भयावह अनुभव ने एक बार फिर से भारत में घरेलू उड़ानों की सेफ्टी और मॉनिटरिंग सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों ने DGCA से तत्काल जांच की मांग की है और उम्मीद जताई है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अगर आप भी उड़ान भरने की योजना बना रहे हैं, तो मौसम की जानकारी और एयरलाइन की तैयारी जरूर चेक कर लें।