जयपुर 29 मई 2023। शिक्षक भर्ती पेपर लीक से जुड़े एक मामले में राजस्थान सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। जहां माध्यमिक शिक्षा मंडल के निदेशक को जहां हटाकर APO कर कर दिया गया है। वहीं, दो असिस्टेंट डायरेक्टर और एक प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है। पूरा मामला सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक से जुड़ा है। जिसके मास्टरमाइंड अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा को विभाग ने चमत्कारिक रूप से प्रमोट कर दिया था।

मामले में मीडिया ने जब खुलासा किया, तो सरकार की जमकर किरकिरी हो गयी। लिहाजा राज्य सरकार ने आनन-फानन में माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल को हटाने का आदेश जारी किया। गौरव को APO किया गया है, मतलब उन्हें पोस्टिंग की प्रतीक्षा में रखा गया है। फिलहाल जयपुर में ही हाजिरी देनी होगी। शाम होते-होते इस मामले में शिक्षा सचिव नवीन जैन ने दो असिस्टेंट डायरेक्टर और एक प्रिंसिपल को भी सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड असिस्टेंट डायरेक्टर में प्रीति जालोपिया, संदीप जैन और हरीश परमार शामिल है।

दरअसल पेपर लीक के मास्टरमाइंड अनिल को वाइस प्रिंसिपल से प्रिंसिपल पद पर प्रमोट किया गया है। खबर के बाद राज्य सरकार ने ये आदेश दिए हैं।शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) की बैठक की। इस बैठक में अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा को भी प्रमोट कर दिया गया था। शिक्षा विभाग की लापरवाही देखिए कि बर्खास्त हो चुके शेर सिंह मीणा को प्रमोट कर दिया गया। इतना ही नहीं, उसका पदस्थापन भी कर दिया गया।

इसमें असिस्टेंट डायरेक्टर प्रीति जालोपिया को सस्पेंड किया गया है क्योंकि उनके सेक्शन से ही ये रिपोर्ट दी गई कि किसी के खिलाफ कोई विभागीय जांच शेष नहीं है। वहीं संदीप जैन के अनुभाग से ही पदोन्नति का कार्य हुआ था। वहीं प्रिंसिपल हरीश परमार ने वाइस प्रिंसिपल रहे अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा का नाम विभागीय वेबसाइट से नहीं हटाया था। अगर नाम हटा दिया जाता तो वो रिकार्ड में ही नहीं आता। ऐसे में अब तीनों को इस मामले में दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया गया है।
राज्य सरकार ने सोमवार सुबह गौरव अग्रवाल को ही पद से हटा दिया।सेवा से बर्खास्त हो चुके कार्मिक को पदोन्नति देने पर हर किसी ने हैरानी जतायी थी।

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