चतरा : जिले से आ रही बड़ी खबर ने जिला प्रशासन को हिला कर रख दिया है. मामला जिला परिषद कार्यालय से जुड़ा हुआ है. भ्रष्टाचार की शिकार एक पीड़ित महिला से रिश्वत के रूप में उसके जिस्म का सौदा किया गया. इसमें जिला परिषद कार्यालय का नाजिर मो. मेराज, कर्मी सौरभ कुमार और मयूरहंड प्रखंड कार्यालय का नाजिर निरंजन पाडेय शामिल है. घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस ने अपनी त्वरित कार्रवाई में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

योजना का लाभ दिलाने के नाम पर जिलापरिषद के तीन कर्मियों ने एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. महिला ने सदर थाना में तीनों कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने तीनों कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है. महिला ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि सिमरिया में दुकान दिलाने के लिए जिला परिषद से निविदा निकल गया था. जानकारी के लिए वह जिला परिषद कार्यालय चतरा आई थी.

पहले फोन नंबर लिया, फिर…

कार्यालय में महिला की मुलाकात जिला परिषद नजीर मोहम्मद मेराज व कर्मी सौरव कुमार से हुई. महिला ने बताया, ‘इस दौरान उन्होंने मेरा मोबाइल नंबर ले लिया. 13 अगस्त को मोहम्मद मेराज ने फोन कर मुझे चतरा ब्लॉक के पास बुलाया और आधार कार्ड जमा करने के नाम पर एक रूम में ले गया. वहां पहले से मयूरहंड ब्लॉक के नजीर निरंजन पांडेय मोजूद थे.’ महिला ने बताया कि दोनों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. साथ ही धमकी भी दी कि किसी बताया तो दुकान नहीं मिलेगा.

इधर तीनों फोन पर महिला लगातार धमकी देते कि हमारे साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाया तो हत्या कर देंगे. इस तरह तीनों उससे लगातार और जबरन दुष्कर्म करते रहे. इस संबंध में थाना प्रभारी शिव प्रकाश प्रसाद ने बताया कि मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. थाना कांड संख्या 300 / 23, धारा 376 (2), (G) आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है.

तीनों कर्मी होंगे निलंबित : डीसी

इधर मामले में चतरा डीसी अबु इमरान ने कहा कि एफआईआर की कॉपी मिलते ही आरोपी कर्मियों को निलंबित कर दिया जाएगा. 48 घंटे कस्टडी में रहने के बाद निलंबित करने का प्रावधान है

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