Ganesh Visarjan 2025: गणपति बप्पा की विदाई में ये 7 गलतियां भूलकर भी ना करें! विसर्जन से पहले जान लें ये जरूरी नियम
6 सितंबर को विदाई लेंगे बप्पा, लेकिन क्या आप विसर्जन के इन नियमों का पालन करते हैं?

Ganesh Visarjan 2025:भाद्रपद मास की अनंत चतुर्दशी यानी शनिवार, 6 सितंबर 2025 को गणेशोत्सव का समापन होगा और भक्तगण अपने प्रिय बप्पा को विदाई देंगे। मगर, हर साल लाखों लोग गणेश विसर्जन से जुड़े पारंपरिक नियमों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे पूजन का पूर्ण फल नहीं मिल पाता।
इस बार आप उन लोगों में न हों, इसलिए यहां हम आपको बता रहे हैं गणेश विसर्जन से जुड़े 8 बेहद जरूरी नियम, जिन्हें जानना हर भक्त के लिए ज़रूरी है:
1. बप्पा का मुख घर की ओर रखें
विसर्जन के दौरान बप्पा का मुख घर की ओर रखें, ताकि जाते-जाते वे अपने भक्तों को आशीर्वाद दे सकें।
2. पूजा सामग्री साथ लें
विसर्जन से पहले फल, फूल, हल्दी, सुपारी, चावल, कुमकुम, 21 दूर्वा और मिठाई से बप्पा की पूजा करके ही विदाई दें।
3. लाल कपड़े में नारियल या सुपारी रखें
एक नारियल या सुपारी को हल्दी-चावल के साथ लाल कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखें। यह ऋद्धि-सिद्धि और शुभ लाभ का प्रतीक माना जाता है।
4. 5 मोदक जरूर चढ़ाएं
गणेश जी को 5 मोदक चढ़ाकर विसर्जन करें और प्रसाद को सभी भक्तों में बांटें।
5. घर में करें पर्यावरण अनुकूल विसर्जन
संभव हो तो बप्पा का विसर्जन घर में ही बाल्टी या टब में करें, और बाद में उस जल को पेड़-पौधों में डाल दें।
6. विसर्जन से पहले करें 3 परिक्रमा और जयकारे
घड़ी की दिशा में 3 बार परिक्रमा करें, और फिर “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयकारों के साथ विसर्जन करें।
7. आशीर्वाद लेना न भूलें
बप्पा के चरणों में झुककर परिवार की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य का आशीर्वाद लें।
गणेश विसर्जन के शुभ मुहूर्त – 6 सितंबर 2025 (शनिवार)
सुबह: 7:36 AM से 9:10 AM
दोपहर: 12:19 PM से 5:02 PM
शाम: 6:37 PM से 8:02 PM
Ganesh Visarjan 2025: क्या आप भी बप्पा को विदा कर रहे हैं, परंपराओं को भुलाकर? इन नियमों को एक बार जरूर पढ़ें—और विसर्जन को बनाएं पूर्ण और पावन!