मृत घोषित महिला डेढ़ साल बाद जिंदा लौटी… हत्या के आरोप में चार लोग जेल में,देखते ही छूटे अफसरों के पसीने…

मंदसौर, मध्य प्रदेश। गांधीसागर थाना क्षेत्र के नावली गांव की ललिता बाई डेढ़ साल बाद अचानक घर लौट आई, जिससे न सिर्फ परिवार बल्कि पुलिस भी हैरान रह गई। ललिता को वर्ष 2023 में मृत घोषित कर दिया गया था और चार युवकों को उसकी हत्या के आरोप में जेल भेजा गया था। अब ललिता के लौट आने से पुलिस और न्याय व्यवस्था के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है—तो फिर अंतिम संस्कार किसका हुआ था?
परिवार को लगा था सदमा, पुलिस ने किया था अंतिम संस्कार(मृत घोषित महिला)
अगस्त 2023 में ललिता बिना बताए कहीं चली गई थी। पिता रमेश ने गांधीसागर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कुछ समय बाद झाबुआ के थांदला थाना क्षेत्र में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक ट्रक एक महिला को कुचलते हुए दिख रहा था। क्षत-विक्षत शव की पहचान ललिता के रूप में की गई, और परिवार ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
हत्या के आरोप में चार युवक जेल में(मृत घोषित महिला)
वीडियो और शव के आधार पर पुलिस ने भानपुरा के इमरान, शाहरुख, सोनू और एजाज को गिरफ्तार कर झाबुआ जेल भेज दिया। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए पूरी जांच और चार्जशीट तैयार की थी।
ललिता की चौंकाने वाली वापसी और कहानी(मृत घोषित महिला)
हाल ही में ललिता गंदे कपड़े पहने थाने पहुंची और अपना नाम बताकर सबको चौंका दिया। दस्तावेज़ों से पुष्टि करने के बाद पता चला कि वही ललिता है जिसे मृत माना जा चुका था। उसने पुलिस को बताया कि वह कुछ दिन शाहरुख के साथ रही, जिसने उसे कोटा ले जाकर पांच लाख रुपये में बेच दिया। वह वहां एक साल से अधिक समय तक बंधक रही और जैसे-तैसे मौका पाकर भाग निकली।
“मेरे पास मोबाइल नहीं था, इसलिए परिवार से संपर्क नहीं कर सकी। स्थानीय लोगों की मदद से गांव पहुंची,” ललिता ने बताया।
पुलिस जांच में नया मोड़(मृत घोषित महिला)
थांदला पुलिस स्टेशन प्रभारी बृजेश मालवीय ने कहा, “जिस शव का अंतिम संस्कार हुआ, उसकी पहचान ललिता के रूप में परिजनों ने ही की थी। अब ललिता के जीवित लौट आने के बाद पूरा केस उलझ गया है।” गांधीसागर थाना प्रभारी तरुण भारद्वाज ने पुष्टि की कि ललिता सही-सलामत वापस आ गई है और उसकी पहचान की क्रॉसचेकिंग की जा चुकी है।
अब बड़ा सवाल यह है कि जिस शव का अंतिम संस्कार किया गया, वह कौन था? और क्या चारों आरोपियों को झूठे आरोप में जेल भेजा गया?
आगे की जांच(मृत घोषित महिला)
थांदला पुलिस अब इस केस की दोबारा जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि असल में मृत महिला कौन थी। पुलिस को नए सिरे से घटनाक्रम की कड़ियाँ जोड़नी होंगी, ताकि सच सामने आ सके।