नोट गिनने में चार मशीने हो गयी खराब: सांसद के ठिकानों से कैश खत्म ही नहीं हो रहा, 300 करोड़ से ज्यादा अब तक मिल चुके हैं कैश, दो दिन अभी और लगेंगे नोट गिनने में…

रांची। सांसद धीरज साहू ने ना जाने कितना खजाना दबा रखा है कि गिनते-गिनते मशीने खराब हो जा रही है, लेकिन नोट खत्म नहीं हो रहे। खबर है कि नोटों का आंकड़ा अब 300 करोड़ से पार कर गया है। ये आंकड़ा अभी तब है, जब कई लॉकर और कमरे अभी खोले भी नहीं जा सके हैं। आंकड़ा 500 करोड़ के पार जा सकता है, जो भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा रिकार्ड बन सकता है। आज दिन भर इस मामले पर राजनीति होती रही। सांसद निशिकांत दुबे ने तो कहा है कि ये कैश का आंकड़ा 500 के पार पहुंच जाये, तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी, वहीं संपत्ति तो हजारो करोड़ का हो सकता है। इधर कांग्रेस सुप्रीमों ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।
झारखंड से कांग्रेस सांसद धीरज साहू और उनके करीबियों के ठिकानों से 300 करोड़ से ज्यादा का कैश मिल चुका है। इन ठिकानों में झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 10 ठिकानों से 300 करोड़ अब तक मिले हैं। रांची में जांच अधिकारियों को इस घर से तीन बैग मिले हैं। 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे के बाद 6 बड़ी मशीनों से नोटों की गिनती शुरू हुई, जो अब तक जारी है। शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के कार्यालय में नोटों से भरी 30 अलमारियां मिली थीं। इनमें से 9 में 500, 200 और 100 रुपए के नोट के बंडल रखे गए थे। नोटों से भर कई बैग भी मिले थे।
आयकर की छापेमारी को देखते हुए बौध जिला स्थित बौद्ध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारियों ने 500-500 के नोटों को फाड़कर फेंकना शुरू कर दिया। आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान जब कंपनी के चारदीवारी के आसपास देखा तो पाया कि पांच-पांच सौ के नोट फाड़कर फेंके हुए है। कैश इतना ज्यादा है कि इसकी गिनती में अभी दो दिन और लगेंगे। लंबे समय से अलमारी में रखे होने के कारण नोटों में नमी आ गई, जिसकी वजह से नोट एक दूसरे से चिपक गए हैं। नोट गिनने के दौरान अब तक चार मशीनें खराब हो चुकी हैं, इस कारण गिनती में देर हो रही है।