मिजोरम। 74 वर्षीय पूर्व आईपीएस अधिकारी लालदुहोमा मिजोरम के मुख्यमंत्री बनेंगे। सोमवार को हुई वोटों की गिनती में पूर्व आईपीएस अधिकारी लालदुहोमा की पार्टी, ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। एग्जिट पोल में जेडपीएम को 28-35 सीटें हासिल करने का अनुमान जताया गया था। चुनाव रिजल्ट भी एग्जिट पाल सही साबित किया। जेडपीएम ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। एमएनएफ के कई दिग्गज चुनाव हार गए हैं। राजनीति में लालदुहोमा की यात्रा असाधारण है। एक आईपीएस अधिकारी रहे लालदुहोमा राजनीति में आए। वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के करीबी माने जाते हैं।

गोवा कैडर के भारतीय पुलिस सेवा में एक अधिकारी रहे लालदुहोमा का यहां तक पहुंचने का सफर बेहद दिलचस्प है। गोवा कैडर से वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति तक पहुंचे। बाद में वे राष्ट्रीय राजधानी में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सुरक्षा के प्रभारी बने। लालदुहोमा ने रिटायरमेंट के बाद राजनीति में कदम रखा। लालदुहोमा ने ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेड. पी. एम.) की स्थापना की, एक राजनीतिक दल जो अब मिजोरम के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है।

1984 में लालदुहोमा ने लोकसभा में प्रवेश किया। हालांकि, उनके राजनीतिक प्रक्षेपवक्र को एक महत्वपूर्ण चुनौती का सामना करना पड़ा जब वे दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य ठहराए जाने वाले संसद के पहले सदस्य बने।वर्ष 2020 में, लालदुहोमा को दल-बदल विरोधी कानून का उल्लंघन करने के लिए विधानसभा के सदस्य के रूप में अयोग्यता का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने 2021 में सेरछिप सीट के लिए उपचुनाव जीतकर विजयी वापसी की। पिछले विधानसभा चुनावों में, लालदुहोमा जेडपीएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उभरे।

मिजोरम के 40 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने सबसे ज्यादा 27 सीट जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है। सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के खाते में सिर्फ 10 सीटें आईं। खास बात यह रही कि खुद मुख्यमंत्री जोरमथंगा आइजोल-ईस्ट 1 से चुनाव हार गए। उन्हें जेडपीएम के ललथनसंगा ने हराया। इसी तरह राज्य के उप मुख्यमंत्री तावंलुइया को भी हार का मुंह देखना पड़ा है। मिजोरम में भाजपा ने दो सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में एक सीट आई।

जोरम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा ने कहा कि अगले दो दिनों के अंदर मैं राज्यपाल से मिलूंगा। शपथ ग्रहण इसी महीने होगा। आईपीएस अधिकारी रहे लालदुहोमा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की सिक्योरिटी संभाल चुके हैं। उनकी पार्टी ने दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ा है। 2018 में जेडपीएमको आठ सीटें मिली थीं। इसी बीच मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने सोमवार शाम को राज्यपाल हरी बाबू कंभमपति से मुलाकात की और विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट की हार के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया।

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