झारखंड : शराब घोटाला केस में पूर्व उत्पाद सचिव को भी नोटिस, ACB बढ़ा रही जांच का दायरा

Notice to former excise secretary in liquor scam case, ACB is expanding the scope of investigation

झारखंड में कथित शराब घोटाला में एसीबी जांच कर रही है. जांच के दौरान एसीबी आईएएस अधिकारी विनय चौबे को गिरफ्तार कर चुकी है.अब एसीबी की जांच का दायरा बढ़ रहा है, केस में नए लोगों की भई संलिप्तता पता चल रही है जिसे लेकर एसीबी लगातार नोटिस भी भेज रही है. इसी बीच एसीबी ने उत्पाद विभाग के पूर्व सचिव व वर्तमान में योजना व वित्त विभाग में पोस्टेड सचिव मुकेश कुमार को भी नोटिस भेजा गया है.

2009 बैच के अधिकारी हैं मुकेश कुमार

बता दें आईएएस अधिकारी मुकेश कुमार 2009 बैच के अधिकारी हैं, साल 2024 में उत्पाद विभाग में सचिव रह चुके हैं. एसीबी अधिकारियों के मुताबिक, मुकेश को बीएनएसएस की धारा 35 की उपधारा-3 के तहत नोटिस भेजा गया है.

अमित प्रकाश से भी पूछताछ की गई

एसीबी ने शुक्रवार को दिनभर सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अमित प्रकाश से पूछताछ की. अमित प्रकाश दिसंबर 2024 तक उत्पाद विभाग में आयुक्त के साथ-साथ जेएसबीसीएल के एमडी के प्रभार में रहे थे.

गौरतलब है कि मामले में उत्पाद विभाग के सचिव रहे विनय चौबे की गिरफ्तारी के बाद वर्तमान उत्पाद सचिव मनोज कुमार को भी नोटिस भेजा जा चुका है. वहीं उत्पाद विभाग में पूर्व में पोस्टेड जमशेदपुर डीसी कर्ण सत्यार्थी और रामगढ़ डीसी फैज अक अहमद को गवाही के लिए एसीबी पहले ही नोटिस भेज चुकी है.

गिरफ्तार हुए लोगों से भी पूछताछ जारी है

शराब घोटाले में गिरफ्तार हो चुके जेएसबीसीएल के पूर्व जीएम फाइनेंस सुधीर कुमार दास और सुधीर कुमार से शुक्रवार को पूछताछ हुई. वहीं मार्शन कंपनी के प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह से भी रिमांड पर पूछताछ हुई. फर्जी बैंक गारंटी कैसे नीरज सिंह ने तैयार कराई, विभागीय स्तर पर किससे उसकी मिलीभगत रही, इन पहलुओं पर विशेष पूछताछ की गई.

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