राजधानी रांची में गोलीबारी : दिवाली के पहले गोलियों की आवाज से इलाका कराया, हिस्ट्रीशीटर बदमाश की गोली मारकर हत्या

Firing in capital Ranchi: Sound of gunfire fills the area before Diwali, history-sheeter criminal shot dead

रांची। दीपावली की रात उस वक्त दहशत फैल गई जब अचानक गोलीबारी शुरू हो गयी। सोमवार देर रात लगभग 1:30 बजे हुई, जब गांव में दीपावली कार्यक्रम चल रहा था। प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण आपसी विवाद बताया जा रहा है। पुलिस ने घटनास्थल पर एफएसएल टीम को बुलाया है और आरोपी की पहचान कर ली गई है।

 

बेड़ो थाना क्षेत्र के मुड़ामु गांव में एक पूर्व अपराधी सोमा उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना रविवार रात करीब 1:30 बजे की बताई जा रही है। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, गांव के अखाड़ा में दीपावली को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी यह घटना घटी।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार्यक्रम के दौरान सोमा उरांव का किसी व्यक्ति से किसी बात को लेकर विवाद हो गया।

 

दोनों के बीच काफी देर तक कहासुनी होती रही। बात बढ़ने पर दूसरे व्यक्ति ने गुस्से में आकर सोमा उरांव पर गोलियां दाग दीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गोली चलने की आवाज सुनते ही कार्यक्रम स्थल पर अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। इसी बीच आरोपी मौका पाकर वहां से फरार हो गया।

 

घटना की सूचना मिलते ही बेड़ो थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और इलाके को घेर लिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी। “सोमा उरांव हिस्ट्रीशीटर था और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्यारा भी एक अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है और वह सोमा का पुराना परिचित था। आपसी विवाद के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया।”

 

पुलिस ने घटनास्थल पर फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम को बुलाया, जिसने खाली कारतूस, खून के नमूने और अन्य साक्ष्य एकत्र किए हैं। एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर पुलिस हत्यारे की गतिविधियों का पता लगाने में जुटी है।

 

ग्रामीणों ने बताया कि सोमा उरांव पहले कई बार जेल जा चुका था। उस पर हत्या, लूट और अवैध हथियार रखने जैसे कई मामले दर्ज थे। कुछ साल पहले वह जेल से रिहा हुआ था और हाल के दिनों में अपने गांव में ही रह रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि वह अकसर विवादों में उलझा रहता था और गांव में उसकी छवि एक आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति की थी।

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