झारखंड में चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज हुई FIR, सिपाही ने की थी थाने में आत्महत्या, अब पत्नी की शिकायत पर थाना प्रभारी, ASI और पिकेट प्रभारी पर गाज
An FIR has been filed against four policemen in Jharkhand, after a constable committed suicide at the police station. Following his wife's complaint, the station in-charge, ASI, and picket in-charge have been charged.

Jharkhand News : सिपाही की थाने में आत्महत्या मामले में पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। पत्नी की शिकायत पर चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पूरा मामला झारखंड के कोडरमा जिले का है, जहां निलंबित पुलिस जवान मंसूर आलम की आत्महत्या मामले में अब विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है। वहीं, पुलिस मेंस एसोसिएशन ने इस कार्रवाई को औपचारिक बताया है और दोषियों के निलंबन की मांग की है।
1 सितंबर को हुई इस घटना के बाद अब विभागीय स्तर पर कार्रवाई की गई है। मृतक जवान की पत्नी जैनव बीबी की लिखित शिकायत के आधार पर चंदवारा थाना में चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिन अधिकारियों पर मामला दर्ज हुआ है, उनमें जयनगर थाना प्रभारी बबलू सिंह, डोमचांच थाना प्रभारी ओम प्रकाश यादव, जयनगर थाना में पदस्थापित एएसआई अरविंद हांसदा और सपही पिकेट प्रभारी रमेश मरांडी शामिल हैं।
वीडियो में लगाए थे गंभीर आरोप
सभी पर धारा 306 (आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने) के तहत केस दर्ज किया गया है।आत्महत्या से पहले मंसूर आलम ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने इन चारों अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। वीडियो में मंसूर ने कहा था कि उन्हें गलत आरोपों में निलंबित करवाया गया और बार-बार परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया था कि विभागीय साजिश के तहत उनका वेतन रोक दिया गया, जबकि निलंबन अवधि में उन्हें आधा वेतन मिलना चाहिए था।मृतक की पत्नी जैनव बीबी ने भी यही आरोप दोहराते हुए कहा कि वेतन बंद होने और विभागीय दबाव के कारण उनके पति मानसिक रूप से टूट गए थे। लगातार तनाव में रहने के कारण उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
मेंस एसोसिएशन ने उठाई कार्रवाई पर आपत्ति
इस घटना के बाद झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन सक्रिय हुई और मृतक जवान के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। कोडरमा में एसपी अनुदीप सिंह से मुलाकात के बाद एसोसिएशन ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की थी।
हालांकि, पुलिस द्वारा केवल एफआईआर दर्ज किए जाने को लेकर मेंस एसोसिएशन ने नाराजगी जताई है। एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष रहमान खान ने कहा कि जब मंसूर आलम को श्रद्धांजलि दी जा रही थी, तब उन्होंने खुद एसपी से दोषी अधिकारियों के तत्काल निलंबन की मांग की थी।