रांची: किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए स्वास्थ्य की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जाएगा। इसके लिए राज्य के 12 जिलों में फील्ड हॉस्पिटल बनाए जाएंगे। इसमें छह जिलों में 50 बेड के जबकि छह जिलों में एक सौ बेड के फील्ड हॉस्पिटल बनाए जाएंगे। जिन 6 जिलों में 50 बेड के हॉस्पिटल बनाए जाएंगे उनमें बोकारो, गुमला, जामताड़ा, खूंटी, लातेहार एवं दुमका शामिल है। जबकि रांची, रामगढ़, पूर्वी सिंहभूम कोडरमा, लोहरदगा और हजारीबाग में एक सौ बेड के हॉस्पिटल बनाए जाएंगे।

फिल्ड हॉस्पिटल का निर्माण प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा इसकी राशि उपलब्ध कराई गई है।50 बेड के एक फिल्ड हॉस्पिटल 3.50 करोड़ रुपये जबकि 100 फिल्ड हॉस्पिटल के निर्माण पर 7.50 करोड़ खर्च होंगे। स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने बताया कि हॉस्पिटल के निर्माण की जिम्मेदारी झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड को दी गई है। निगम के द्वारा टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

राज्य के 170 स्वास्थ्य केंद्र में भी 20 बेड के प्री फेब हॉस्पिटल बनाए जाएंगे। प्री फेब हॉस्पिटल 121 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 49 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार प्री फेब हॉस्पिटल का निर्माण झारखंड मेडिकल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से किया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कॉरपोरेशन द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट का गठन कर लिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में भारत सरकार द्वारा इमरजेंसी कोबिड रिस्पांस पैकेज के तहत कुल 653.94 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। इसमें एनुअल आरोपी के तहत 569.80 करोड़ और सप्लीमेंट्री आरोपी में 84.14 करोड की राशि स्वीकृत है। मंत्री ने बताया कि इसमें सेंट्रल शेयर 191.67 करोड़ और स्टेट शेयर में 127.78 करोड़ यानि कुल 319.45 करोड़ की राशि प्राप्त की जा चुकी है।

फिल्ड हॉस्पिटल के माध्यम से किसी भी महामारी के दौरान मरीजों को त्वरित चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सकेगी। जबकि आम दिनों में भी अस्पतालों में मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। चिकित्सा सुविधा के लिए मरीजों को जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज जाने की जरूरत नहीं होगी।

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