बर्ड फ्लू की आशंका से हड़कंप : 500 से ज्यादा मुर्गियों की मौत, बर्ड फ्लू की आशंका, प्रशासन अलर्ट मोड में

बोकारो : रंगों के त्योहार होली के पहले राज्य में बर्ड फ्लू की आहट से हड़कंप मचा है। बोकारो जिले में बर्ड फ्लू से कुछ दिनों में 500 से अधिक मुर्गियों की मौत ने प्रशासन को सकते में डाल दिय है। बोकारो के सेक्टर 12 लोहांचल स्थित राजकीय कुक्कुट क्षेत्र में मुर्गियां अचानक से मरना शुरू हो गया है। सभी मुर्गियों की बर्ड फ्लू से मौत की आशंका जताई जा रही है। बोकारो में 17 दिनों से करीब 500 मुर्गियों के मरने को लेकर सनसनी मच गई है. बर्ड फ्लू की आशंका के मद्देनजर एहतियातन बरता जा रहा है. हालांकि पशुपालन अधिकारी कह रहे है जबतक रिपोर्ट नहीं आ जाय तबतक इसे बर्ड फ्लू नहीं मान रहे हैं.
मुर्गी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फॉल कोलेरा का रिपोर्ट आया है. मुर्गी के मरने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. होली से पहले बोकारो के सरकारी पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों के मरने के साथ ही अब पशुपालन विभाग, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है. जहां दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है और जमीन खोदकर मरे हुए मुर्गियों को दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
पशुपालन निदेशालय की तरफ से सरकारी पोल्ट्री में सभी मुर्गियों पर नजर रखने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि भोपाल के लैब से यदि मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि की जायेगी तो राज्य के मुख्य सचिव और विभागीय सचिव को रिपोर्ट भेजी जायेगी. बोकारो में सरकारी मुर्गी फार्म में एहतियात के तौर पर दवाई का छिड़काव किया जा रहा है साथ ही किसी के प्रवेश पर वर्जित है. इस फार्म में कड़कनाथ और आइलैंड रेड कि मुर्गियां है जहां दोनो प्रजातियों के करीब 500 मुर्गियां 17 दिन के अंदर मर जाने के बाद हड़कंप मचा हुआ है और पशुपालन विभाग के सहरसा जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
कड़कनाथ और आईलैंड रेड मुर्गियों की हुई मौत
इस राजकीय कुकुट क्षेत्र के स्टोर कीपर चंद्रभूषण प्रसाद की माने तो रूम नंबर 2 में 298 कड़कनाथ और रूम नंबर3 में 186 रोड आइलैंड रेड के मुर्गियों की मौत हो चुकी है। हालांकि अभी भी कई मुर्गी जिंदा मुर्गियों के साथ मारे हुए पडे हुए हैं। एहतियात के तौर पर दवाई का छिड़काव किया जा रहा है।
बोकारो जिला पशुपालन पदाधिकारी मनोज मणि ने बताया कि मुर्गियों के मरने की सूचना प्राप्त हुई है। पर क्षेत्र के डायरेक्टर के साथ बैठक कर एहतियातन रुप से एक टीम का गठन भी कर दिया गया है।









