झारखंड : बोकारो में श्मशान घाट पर बवाल…परिजनों ने पुलिस पर लगाया ये बड़ा आरोप…जानें पूरा मामला
Chaos at the crematorium in Bokaro...family members made this big allegation against the police...know the whole matter

Bokaro : बोकारो में देर रात श्मशान घाट में खूब हंगामा देखने को मिला जब परिजनों ने शव को जलाने से रोक दिया। मौके पर हरला थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। परिजनों का आरोप है कि जबतक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है बेटी का शव नहीं जलने दिया जाएगा। देर रात तक चले हंगामे के बीच पुलिस परिजनों को मानने की कोशिश में जुटी रही।
आरोपियों की गिरफ्तार की बाद ही जलेगा शव-परिजन
परिजनों का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही बेटी का शव जलेगा। चास के चेक पोस्ट स्थित गरगा नदी स्थित शमशान घाट पर जुट थे परिजन। अंत में पुलिस को शव फिर से शमशान घाट से ले जाकर मॉर्चरी में रखना पड़ा। पुलिस हालांकि अभी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है।
संदिग्ध अवस्था में हो गई थी मौत
पूरी घटना के बारे में बताते चले कि बोकारो में 17 सितंबर को हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर 9 में एक नवविवाहित महिला की संदिग्ध अवस्था में मौत ससुराल में हो गई थी। महिला की शादी इसी साल 22 अप्रैल को हुई थी। जहां परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाते हुए मृतिका के पति, सास सहित अन्य परिजनों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए हरला थाना में लिखित शिकायत किया था।
पुलिस ने भी उक्त शिकायत के आधार पर पति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। परिजनों का आरोप है कि जिस दिन घटना हुई उस दिन बेटी से बात हुई और अचानक खबर आई कि मौत हो गई। जहां जाकर देखा तो मृतिका का शव कमरे में पड़ा हुआ था और गले में दाग के निशान था। मृतिका के पिता ने बताया कि पुलिस भी बाद में पहुंची। ऐसे में अगर आत्महत्या करता तो भला कमरे में कैसे शव पड़ा हुआ था।
मृतिका 4 महीने की प्रेग्नेंट थी
परिजनों ने कहा कि मृतिका 4 महीने की प्रेग्नेंट थी और ससुराल पक्ष हमेशा दहेज की मांग करते थे। परिजनों ने ये भी आरोप लगाया कि शव का पोस्टमार्टम जब कराया गया तो मृतिका के घरवालों को इसकी जानकारी नहीं दी गई और आनन-फानन में पोस्टमार्टम कराकर शव को शमशान घाट में जलाने की कोशिश की गई। जहां सूचना पाकर पहुंचे और शव का दाह संस्कार कराने से रोक दिया गया।

















