बिहार: बांका जिले के पुलिस अधीक्षक के आवास के समीप एक गेस्ट हाउस’ में फर्जी तरीके से थाना संचालित किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में फर्जी पुलिस उपाधीक्षक, महिला दारोगा सहित पांच फर्जी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक सत्यप्रकाश ने बताया कि पटना स्काउट पार्टी’ के नाम से यह फर्जी थाना संचालित किया जा रहा था। सभी गिरफ्तार अभियुक्तों पर जालसाजी, ठगी व शस्त्र अधिनियम के साथ ही अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि गिरोह के सरगना व उक्त गेस्ट हाउस के मालिक भोला यादव व उसके अन्य सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीम का गठन किया है।

पुलिस उपाधीक्षक दिनेशचन्द्र श्रीवास्तव व बांका सदर थाना प्रभारी शंभूनाथ यादव ने शहर के जमुआ पुल के पास सरकारी भूखंड पर एक महिला व एक पुरुष को पुलिस की वर्दी में खड़ा पाया. शक होने पर दोनों पुलिस पदाधिकारी ने फर्जी पुलिस पदाधिकारी का पीछा करना शुरु किया और उनके उक्त गेस्ट हाउस के भीतर प्रवेश करने पर वहां की तलाशी के क्रम में एक महिला अनीता देवी को रिवॉल्वर के साथ पुलिस की वर्दी में वहां मौजूद पाया, जो फर्जी दारोगा की भूमिका में थी।

फर्जी महिला दारोगा अनीता देवी बांका के फुलीडुमर थाना अंतर्गत दुधघटिया गांव की है। पुलिस ने फर्जी उपाधीक्षक की वर्दी में भागलपुर जिला के बाथ थाना अंतर्गत खानपुरमल गांव निवासी आकाश कुमार, उसकी सहयोगी जुली कुमारी, फर्जी मुंशी रमेश कुमार, वकील मांझी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तलाशी के दौरान एक पिस्तौल, चार जोड़ी पुलिस की वर्दी, प्रधानमंत्री आवास योजना के 500 आवेदन, पीडीएस रजिस्टर, बांका के प्रखंड पदाधिकारी के हस्ताक्षर से बने 40 निर्वाचन प्रमाणपत्र, यूको बैंक का चेक, पांच मोबाइल फोन, मुख्य साजिशकर्ता भोला यादव के नाम का बैनर सहित कई अन्य दस्तावेज बरामद किये हैं। शहर के बीचों-बीच एक गेस्ट हाउस में करीब नौ महीने से संचालित इस फर्जी थाने में नौकरी देने से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर फर्जी पुलिस पदाधिकारी ठगी कर रहे थे।

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