कर्मचारी रहें सावधान! अब ऐसा भी हो रहा कांड: महिला बैंककर्मी ने रेप का आरोप लगाकर साथी कर्मचारी को भेजा जेल, फिर मांगे 1 करोड़ की फिरौती, कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार
Employees should be cautious! Now such incidents are also happening: A female bank employee accused a fellow employee of rape and sent him to jail, then demanded a ransom of Rs 1 crore, arrested on court's order

Crime News : महिला बैंककर्मी ने एक ऐसा कांड किया है, कि सुनकर आपके भी रौंगटे खड़े हो जायेंगे। महिला बैंककर्मी ने पहले तो अपने साथी कर्मचारी पर रेप का आरोप लगाकर जेल भेजा और फिर 1 करोड़ मांगकर सेटलमेंट करने का दवाब बनाने लगी। अब ब्लैकमेलिं और एक्सटॉर्शन के मामले में महिला बैंककर्मी को अरेस्ट किया गया है। मामला महाराष्ट्र में उत्तरी मुंबई के चारकोप का है।
पुलिस ने प्राइवेट बैंक की एक महिला कर्मचारी को ब्लैकमेल और एक्सटॉर्शन के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि महिला ने पूर्व कलीग को झूठे बलात्कार के मामले में फंसाकर 1 करोड़ का एक्सटॉर्शन मांगा है। पुलिस ने आरबीएल बैंक की कर्मचारी डॉली कोटक को गिरफ्तार कर लिया है।
हालांकि पीड़ित पक्ष ने बार-बार उत्पीड़न की शिकायत पुलिस को भी दी थी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई न होने के बाद, पीड़ित ने बोरीवली मजिस्ट्रेट से राहत की गुहार लगाई। जिसके बाद कोर्ट ने चारकोप पुलिस को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 175(3) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। इस मामले में पुलिस ने डॉली अरविंद कोटक, प्रमिला वास एचडीएफसी बैंक के संबंधित कर्मचारी और सागर अरविंद कोटक पर मामला दर्ज किया है.
डॉली पर अपने आईटी प्रोफेश्नल कलीग को गलत तरीके से जेल भेजने, कथित तौर पर एक झूठे बलात्कार के मामले की साजिश रचने और उससे ₹1 करोड़ की जबरन वसूली करने का प्रयास करने का आरोप है। हद तो ये है कि महिला अपने साथी कर्मचारी को जेल भेजने से शांत नहीं हुई।
डॉली कोटक ने कथित तौर पर अदालत परिसर में पीड़ित की बहन से जमानत के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफ़िकेट बयान के बदले ₹1 करोड़ की मांग भी की। इसके साथ ही धमकी दी कि अगर उसकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।बार-बार मना करने के बावजूद, उसने लगातार फोन कॉल के माध्यम से पीड़ित पर दबाव बनाना जारी रखा।
जिसके बाद महिला बैंककर्मी ने अपने वकील के कार्यालय में एक मीटिंग की, जहां उसने फिर से जेल मं बंद कर्मचारी की बहन से 1 करोड़ की डिमांड कर दी। डॉली कोटक पर आरोप है कि उन्होंने बैंक कर्मचारियों की मदद से आईटी पेशेवर और उनकी पत्नी के व्यक्तिगत और वित्तीय डेटा तक अवैध रूप से पहुंच भी बनाई है।
डॉली ने पीड़ित के अकाउंट और गूगल से जुड़े मोबाइल नंबर हटाकर अपना मोबाइल नंबर ऐड किया, जिसके कारण ऑनलाइन बैंकिंग विवरण, जीपीएस लोकेशन हिस्ट्री, निजी तस्वीरें और लोकेशन की जानकारी डॉली को मिलने लगी।
मई 2024 में, पीड़ित को कोटक के नंबर से एक धमकी भरा संदेश मिला, जिसमें लिखा था ‘तुम कभी नहीं जीतोगे और दर्द में मरोगे। पैसे दो या जेल में मरो…’. जब पीड़ित कर्मचारी ने पैसा नहीं दिया, तो डॉली कोटक ने कथित तौर पर उनके एम्प्लॉयर के एचआर सेक्शन को ईमेल किया, जिसके परिणामस्वरूप उनकी नौकरी समाप्त हो गई और उन्हें भारी दबाव में इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा।