हाथी बना आदमखोर: 14 दिनों में ले ली 14 से ज्यादा लोगों की जान: हाथी को ट्रेंकुलाइज करने का आदेश, इस जिला में सबसे ज्यादा मौत

रांची: लोहरदगा और रांची इलाके में एक जंगली हाथी के उत्पात ने 14 लोगों की जान ले ली। गुरुवार को वन विभाग की ओर से गठित पांच सदस्यीय कमेटी ने पीसीसीएफ वन्यजीव शशिकर सामंता को एक रिपोर्ट सौंपी है। हाथी के बढ़ते खतरे को देखते हुए ट्रेंकुलाइज ( बेहोश करने का सुझाव दिया है। हाथी एक बार फिर लोहरदगा जिले के इलाके में पहुंच गया है जबकि वन विभाग अनुमान लगा रहा था कि हाथी अब खूंटी जंगल के रास्ते अंदर चला जायेगा ।

वन विभाग की टीम लगातार जंगली हाथी पर नजर रख रही है। हाथी को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ने का आदेश दे दिया गया है। टीम सक्रिय हो गयी है और हाथी को पकड़ने की रणनीति बना रहा है। हाथी को पकड़ लेने के बाद उसे तुरंत जंगल में नहीं छोड़ा जायेगा। वन विभाग हाथी के सेहत की जांच करेगा, उसकी देखभाल की जायेगी उसके बाद उसे जंगल में छोड़ने की योजना बनाई।

जंगली हाथी ने 14 दिनों के अंदर ही 14 लोगों की जान ले ली है। पहले हजारीबाग, चतरा में हाथी ने लोगों की जान ली, फिर यह लातेहार पहुंचा और यहां दो, लोहरदगा में पांच लोगों को मार डाला इसके बाद रांची जिले में चार लोगों की मौत हो गयी। हाथी के इस हमले में कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इसके अलावा वन विभाग के पास भी कई फुटेज हैं जिसकी जांच की जा रही है।

हाथी कैसे झुंड से अलग हुआ ? क्यों अबतक जंगल में नहीं लौट सका वन विभाग की टीम इसकी भी जांच कर रही है। दूसरी तरफ वन विभाग की टीम हाथी की गतिविधियों पर नजर रख रही है। जिस इलाके में हाथी घूम रहा है उस इलाके में धारा 144 लागू की गयी है। साथ ही देर शाम को बाहर निकलने से रोकने का भी फैसला लिया गया है।

Related Articles