बोकारो। 1932 के खतियान को लेकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने बड़ा बयान दिया है। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि राज्य में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति को लागू होने से कोई रोक नहीं सकता। शिक्षा मंत्री ने कहा कि 1932 खतियान को लेकर कुछ लोगों ने मेरे रांची और भंडरीदह आवास पर पत्र भेज कर जान से मारने की धमकी दी है। मैं ऐसी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं। किसी में यदि हिम्मत है, तो सीधे मुकाबला करे। बीमार होने के बावजूद मैं सीधी लड़ाई लड़ने को तैयार हूं।

शिक्षामंत्री महतो ने नावाडीह के परसबनी पंचायत के कंचनपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीन करोड़ 40 लाख की लागत से बनने वाले 50 बेड के प्री फैब्रीकेटेड अस्पताल निर्माण का शिलान्यास किया।शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षामंत्री महतो ने कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार विकास कार्यों को तेजी से कर रही है। मंत्री ने कहा कि नावाडीह के मैट्रिक व इंटर पास विद्यार्थी जो आइटीआइ पढ़ना चाहते हैं, वह अपना नामांकन आनलाइन करवा लें, इस वर्ष नावाडीह के विद्यार्थियों को चास आइटीआइ में पढ़ाया जाएगा। प्रथम बैच के पासआउट विद्यार्थियों को सरकार सीधे नौकरी देने का कार्य करेगी।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने चिट्ठियां फेंककर जान से मारने की धमकी दी थी। मेरी जान की हिफाजत के लिए राज्य की जनता खड़ी है। उन्होंने कहा कि नावाडीह प्रखंड में जिस प्रकार उच्च शिक्षा के लिए छात्र छात्राओं को बाहर नहीं जाना पडें, इसके लिए नावाडीह में 25 करोड़ की लागत से डिग्री कालेज का शिलान्यास नए साल में कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। लहिया में पिछड़ा आवासीय विद्यालय एवं नेतरहाट के तर्ज पर व टीचर ट्रेनिंग विद्यालय की स्वीकृति दिलाई जागी।

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