सेहत: ज्यादा नमक खाना 10 बीमारियां को है न्योता, जानिये खाने में नमक को लेकर कैसे बरतें सावधानी, कितना नमक है जरूरी
Salt Side Effect: नमक हमारे शरीर के लिए जरूरी है,क्योंकि यह फ्लूड बैलेंस, नर्व्स फंक्शन को बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन, ज्यादा नमक का सेवन हमारे स्वास्थ्य पर नुकसान पहुंचा सकता है. बहुत नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ा है, जिससे हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. ये किडनी की समस्याओं, हड्डियों के नुकसान, फ्लूड रिटेंशन में भी योगदान दे सकता है और हमारी प्यास और स्वाद की भावना को प्रभावित कर सकता है।
ज्यादा नमक खाने से बढ़ सकती है ये बीमारियां
- हार्ट की समस्या- नमक में सोडियम होता है। अगर ज्यादा नमक खाते हैं तो शरीर में पानी जमा होने लगता है। ज्यादा पानी की वजह से ब्लड वेसल्स पर दबाव पड़ता है और ब्लड प्रेशर हाई होने लगता है। हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक का खतरा बनता है।
- किडनी की बीमारी- ज्यादा नमक खाने से किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा नमक खाने से किडनी पर प्रेशर पड़ता है और कई बार किडनी फेल होने का भी खतरा बढ़ जाता है। सोडियम ज्यादा होने से किडनी पर प्रेशर पड़ता है।
- हड्डियां हो जाती हैं कमजोर- ज्यादा मात्रा में शरीर में सोडियम पहुंचने से हड्डियां कमजोर हो जाती है। जब हम ज्यादा नमक खाते हैं तो इससे हड्डियों अंदरूनी तौर पर खोखली होने लगती है। जिससे कम उम्र में ही कमर दर्द, घुटने के दर्द जैसी परेशानियां पैदा हो जाती है।
- बेचैनी रहती है- एक्सपर्ट का कहना है कि जो लोग डाइट में ज्यादा नमक लेते हैं उन्हें बेचैनी रहती है। सोडियम की मात्रा ज्यादा होने पर नींद न आने की परेशानी होने लगती है। जो लंबे समय में कई मानसिक समस्याओं की वजह बन सकती है।
- पेट का कैंसर- अध्ययनों से पता चला है कि हाई सोडियम डाइट से पेट के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, संभवतः नमक के पाचन के दौरान बनने वाले कार्सिनोजेनिक यौगिकों के कारण.
- खराब कॉग्नेटिव- हेल्थ शोध से पता चलता है कि हाई सोडियम डाइट मेमोरी और ध्यान सहित कॉग्नेटिव फंक्शन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे संभावित रूप से कॉग्नेटिव फंक्शन और मनोभ्रंश का खतरा बढ़ सकता है.
- फ्लूड इनबैलेंस- बहुत ज्यादा नमक का सेवन शरीर में लिक्विड बैलेंस को बिगाड़ सकता है, जिससे डिहाइड्रेशन या अति-हाइड्रेशन हो सकता है, दोनों ही हमारे स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डाल सकते हैं.
- प्यास का अधिक लगना- नमक एक प्राकृतिक प्यास उत्तेजक के रूप में कार्य करता है और बहुत ज्यादा नमक के सेवन से आपको प्यास लग सकती है, जिससे लिक्विड का सेवन बढ़ जाता है, जो वाटर बैलेंस को बढ़ा सकता है।
- टेस्ट सेंसेशन को बिगाड़ देता है- नियमित रूप से हाई सोडियम खाने से समय के साथ स्वाद कलिकाएं असंवेदनशील हो सकती हैं, जिससे प्राकृतिक स्वादों की सराहना करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है और संभावित रूप से नमकीन चीजों को प्राथमिकता दी जा सकती है.
- किडनी डैमेज हो सकती हैं- किडनी शरीर में लिक्विड का बैलेंस बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. बहुत ज्यादा नमक खाने से किडनी पर दबाव पड़ सकता है और उनकी फंक्शनिंग खराब हो सकती है, जिससे समय के साथ किडनी खराब हो सकती है.
एक दिन में कितना नमक खाना चाहिए?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो हेल्दी रहने के लिए इंसान को प्रतिदिन 5 ग्राम नमक खाना चाहिए। यानि आपको दिनभर में करीब 1 चम्मच से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। कई बार आप खाने में नमक कम खाते हैं, लेकिन चिप्स, जंक फूड और फलों के जरिए नमक खाने लगते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो ध्यान रखें। पैक्ड फूड में नमक की मात्रा काफी ज्यादा होती है। जो नुकसान करती है।