दुमका: पेट्रोल डालकर जला दी गई पीड़िता का शव आज दुमका पहुंचा। शव के पहुंचते ही लोग आक्रोशित हो गए। इसके बाद लोगों ने 4 घंटे तक सड़क जाम कर दिया। मौके पर सांसद निशिकांत दुबे भी पहुंचे। आक्रोशित लोगों ने आरोपी राजेश रावत को जनता के हवाले करने की मांग की। जबकि पुलिस ने न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया। 4 घंटे बाद हटा जाम। बिहार झारखंड को जोड़ने वाली भागलपुर रोड में नोनीहाट के पास गम और गुस्से में ग्रामीणों ने रोड को जाम कर दिया था।

सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने दिए दो लाख रुपये

सांसद डॉ निशिकांत दुबे के अलावा पूर्व मंत्री डॉ लोइस मरांडी और रणधीर सिंह भी पहुंचे हुए थे। सांसद ने दो लाख रुपये पीड़िता की मां को दिए। इस दौरान जब शव उठाने की कोशिश हुई, तो भीड़ ने हंगामा कर दिया। शव को ले जाने के लिए खड़ी एंबुलेंस पर लोगों ने धावा बोल दिया। इसके बाद पुलिस भी पीछे हट गयी। जाम की वजह से कई यात्री वाहन और ट्रक फंस गये। स्थिति को संभालने के लिए साइबर डीएसपी शिवेंद्र, पुलिस इंस्पेक्टर नवल किशोर सिंह और देवव्रत पोद्दार के अलावा हंसडीहा, जामा, जरमुंडी, रामगढ़ आदि थाने के प्रभारी और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था।

क्या है मामला

दुमका जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के भालकी पंचायत के भरतपुर गांव में जिस 19 वर्षीय युवती को पेट्रोल डालकर जला दिया गया था, उसका शव शनिवार को दुमका पहुंचा। शव पहुंचते ही उग्र भीड़ ने दुमका-भागलपुर मार्ग पर नोनीहाट में रोड को शव रखकर चार घंटे तक आवागमन को ठप कर दिया।लोग शव उठाने नहीं दे रहे थे। भीड़ की मांग थी कि आरोपी को जनता के हवाले किया जाये। भीड़ ने सांसद डॉ निशिकांत दुबे की भी बात नहीं मानी।

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