DSP दूसरी बार सस्पेंड: इंजीनियरिंग परीक्षा में गोलमाल में हुआ एक्शन, 13 साल बाद केस पर राज्य सरकार ने की कार्रवाई
DSP suspended for the second time: Action taken in engineering exam scam, state government took action on the case after 13 years

DSP SUSPEND : DSP पर गाज गिरी है। राज्य सरकार ने डीएसपी रंजीत कुमार रजक को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। ये दूसरा मौका है, जब डीएसपी रंजीत सस्पेंड हुए हैं। जूनियर इंजीनियर की परीक्षा में धांधली व भ्रष्टाचार के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है। मामला बिहार की राजधानी पटना की है। ये पूरा प्रकरण साल 2012 का ये पूरा मामला था, जिस पर 13 साल बाद ये कार्रवाई हुई है।
दरअसल शिकायत को लेकर बैठी जांच कमेटी ने डीएसपी से अपना पक्ष रखने को कहा था, लेकिन कई बार की नोटिस के बावजूद उन्होंने जवाब नहीं दिया, जिसके बाद ये कार्रवाई की गयी है। इस संबंध में राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।
दरअसल डीएसपी रंजीत कुमार रजक का नाम सामने आया था। उस वक्त पटना में ही शास्त्री नगर इलाके में रामराज अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 404 में रंजीत कुमार रजक रहा करते थे। STF ने वहीं छापेमारी की थी। इसके बाद EOU ने FIR नंबर 23/2012 दर्ज किया था। इस केस में EOU की तरफ से 30 जून 2014 को ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी।
2022 में हुई थी गिरफ्तारी2022 में 9 मई को BPSC 67वीं एग्जाम का पेपर लीक हुआ था। उस वक्त रंजीत की पोस्टिंग बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस (BSAP)-14 में थी। पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल में ही रहने के दरम्यान पहली बार गृह विभाग ने उन्हें सस्पेंड किया था।
कौन हैं डीएसपी रंजीत कुमार रजक
करीब 10 सालों से रंजीत कुमार रजक बिहार पुलिस की नौकरी में है। उससे पहले ये सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में PO थे। इनकी पोस्टिंग गुवाहाटी में थी। साल 2012 में बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (BSSC) की तरफ से जूनियर इंजीनियर की बहाली निकाली गई थी। इसके एग्जाम में धांधली हुई थी। इसके बाद STF ने कार्रवाई की थी। इस केस की जांच और कार्रवाई भी EOU ने की थी। इनकी जांच में डीएसपी रंजीत कुमार रजक का नाम सामने आया था। दरअसल, शक्ति कुमार ने अपने मोबाइल से डीएसपी को एग्जाम के दिन ही क्वेश्चन पेपर का फोटो खींच कर भेजा था।