पलामू: झारखंड इस बार गंभीर सूखे से जूझ रहा है। सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए मुख्यमंत्री ने अपने खजाने का मुह खोल दिया है। पिछले दिनों हुई बैठक में राज्य सरकार ने मदद केलिए राहत पैकेज की घोषणा की है। पलामू में कार्यक्रम के सिलसिले में पहुंचे हेमंत सोरेने ने कहा कि राज्य की जनता कृषि पर आश्रित है। खासकर पलामू में हमेशा सुखाड़ जैसे हालात बने रहते हैं और इस वर्ष 226 प्रखंड सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में राज्य के हर एक खेत तक पूरे वर्ष सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध रहे।
कहा कि राज्य के सुखाड़ प्रभावित 31 लाख किसानों को बतौर एडवांस तीन-तीन हजार रुपया जल्द ही शिविर लगाकर दिया जाएगा। 50 हजार शिक्षकों की बहाली की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा प्रोत्साहन योजना शुरू कर राज्य के बच्चों को इंजीनियर,डाक्टर,आइएएस बनने में मदद करेगी। कहा कि सरकार को 5 साल और मौका मिला तो झारखंड के खेत प्यासे नहीं रहेंगे। पलामू में छह वृहत सिंचाई योजना जल्द धरातल पर उतरेगी।
सरकार की योजनाएं लोगों तक पहुँच रहीं हैं। यह संभव हो रहा है मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर शुरू किये गए महा अभियान – आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार के जरिये। यही नहीं सरकार वैसे क्षेत्रों में भी पहुँच रही है, जहां आजादी के बाद से पदाधिकारी नहीं पहुंचे थे। लेकिन अब बदलाव नजर आने लगा है, ऐसे दूरस्थ जगहों पर सिर्फ पदाधिकारी ही नहीं पहुँच रहे बल्कि सरकार की योजनाएं भी जरुरतमंदों तक पहुँच रहीं हैं। पहले ऐसे जगह में नक्सली डर से अधिकारी भी जाने से कतराते थे, लेकिन अब परिस्थितियों में बदलाव हुआ है। सरकार सुदूरवर्ती गांव में रहने वाले ग्रामीणों तक अपनी पहुंच बना योजनाओं से जोड़ रही है, जिससे ग्रामीण अबतक अछूते थे
पहली बार बुढ़ा पहाड़ और मिरचाई पाट पहुंची सरकार
कल तक जहां नक्सालियों की चहलकदमी थी, आज वहां के लोगों के दरवाजे तक सरकार योजना लेकर पहुंची। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आज़ादी के बाद पहली बार घोर नक्सल प्रभावित गढ़वा स्थित बुढ़ा पहाड़ के खपरी महुआ गांव में ‘आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। साथ ही, डुमरी स्थित मिरचाई पाट पहुँच कर पदाधिकारियों ने लोगों को योजनाओं से जोड़ा। गांव के विकास कार्य को गति देने की कवायद शुरू हुई।
चतरा के मयूरहंड में 1964-66 के बाद दूसरी बार पहुंची सरकार
चतरा के मयूरहंड में 1964-66 के सरकार के अधिकारी आये थे। 58 वर्षो के बाद चतरा उपायुक्त सरकार की योजनाओं को लेकर मयूरहंड पहुंचे है। ग्रामीणों की समस्याओं का उनके द्वार पर निपटारा किया गया। अपने बीच सरकार की योजनाओं का मिलता लाभ देख ग्रामीणों में उत्साह था। ग्रामीणों ने कहा हमें विभागीय और प्रखंड कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ी। सरकार हमारे दरवाजे तक आई है।
75 वर्ष बाद बोरहा गांव पहुंची सरकार
आजादी के बाद पहली बार गुमला के बिशुनपुर प्रखंड स्थित बोरहा गांव में सरकार पहुंची। आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत शिविर का आयोजन हुआ और ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ मिला। इस अवसर पर प्रशासन द्वारा लगाये गये विभिन्न विभाग के स्टॉल में ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को रखा और योजना का लाभ लिया। ग्रामीणों ने मुख्य पथ से गांव तक सड़क निर्माण की मांग की है। इस समस्या के समाधान का भरोसा जिला प्रशासन ने दिया है।